भोपाल। पिता ने आठ साल की बेटी का गला रेतकर उसे झाड़ियों में फेंक दिया। पिता ने सोचा गला कटने से वो मर जाएगी। लेकिन, होश में आते ही खून से लथपथ बच्ची झाड़ियों से उठकर सड़क पर आ गई। किसी से मदद लेकर बच्ची पहुंच के पास पहुंची। पुलिस ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया। यह दर्दनाक घटना भोपाल के कोहेफिजा थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने पिता पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है।
बाइक सवार से बच्ची ने मांगी मदद, पुलिस के पास पहुंची
पुलिस ने बताया कि 8 वर्षीय प्रीति लोधी को उसका पिता तेज सिंह लोधी अपने घर से बड़े पापा के घर चलने का कहकर ले गया था। आरोपी ने कोहेफिजा के मिलन शादी हॉल के पास बच्ची का मुंह दबाकर गला रेत दिया। बेहोश हुई बेटी को मरा समझ झाड़ियों में फेंक दिया। थोड़ी देर बाद बच्ची झाड़ियों से उठकर सड़क पर आ गई। बच्ची के गले से खून बह रहा था। बच्ची ने वहां से गुजरने वाले किसी मोटरसाइकिल वाले से मदद मांगी। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना मिली।
बच्ची बात नहीं सुनती थी तो रेत दिया गला
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने बताया है कि वह बच्ची से बहुत परेशान था, वह दिन भर उसे परेशान करती थी। कहना नहीं सुनने पर उसने घटना को अंजाम दिया। फिलहाल कारण अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुआ है। आरोपी से पूछताछ चल रही है। प्रीति लोधी तेज सिंह की पहली पत्नी की बेटी है। तेज सिंह किसी टेंट हाउस का काम करता है। टीला जमालपुर में किराए के एक मकान में रहता है मूलत: वह सागर का रहने वाला है। हमीदिया अस्पताल में बच्ची का इलाज चल रहा है।