MP Income Tax Department: मध्य प्रदेश आयकर विभाग ने टैक्सपेयर्स को निशाना बनाकर किए जा रहे फ्रॉड के बारे में चेतावनी जारी की है। विभाग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर दो फोटो शेयर की हैं। इनमें आईटीआर दाखिल करने वालों के साथ-साथ कर दाखिल करने से चूक गए लोगों को भी अलर्ट किया गया है। इनमें कहा गया है कि टैक्सपेयर्स ऐसे फर्जी कॉल और पॉप-अप मेसेज से सावधान रहें, जिनमें दावा किया जाता है कि उन्हें इनकम टैक्स रिफंड मिलना है।
झांसे में न आएं
इनकम टैक्स विभाग ने फ्रॉड वाले मेसेज के लिए भी इसी तरह की चेतावनी जारी की है। लोगों के पास आ रहे मेसेज में लिखा होता है कि उनके आईटीआर स्वीकृत हो गए हैं और वे 15000 रुपए के रिफंड के पात्र हैं। मैसेज में बैंक अकाउंट को सत्यापित करने के लिए एक लिंक भी होता है, लेकिन यह पूरी तरह फ्रॉड है। दूसरे फोटो पर लिखा है- नकली पॉप-अप के झांसे में न आएं! आयकर विभाग कभी भी पॉप- अप विंडो के।
न दें कोई भी जानकारी
इनकम टैक्स विभाग ने कहा है कि ऐसे किसी भी मेसेज का जवाब न दें और न ही किसी लिंक पर क्लिक करें। बैंक अकाउंट की जानकारी क्रेडिट कार्ड की जानकारी या कोई अन्य संवेदनशील डेटा मांगने वाले लिंक पर क्लिक न करें या ईमेल का जवाब न दें।
जीएसटी सलाहकार बीसीसीआई भोपाल के एडवोकेट मुनिंद्र वैद्य ने बताया कि आयकर विभाग द्वारा कमी भी वापसी अथवा मांग राशि के लिए कोई लिंक अथवा एसारमारस नहीं भेजा जाता है। विभाग द्वारा हमेशा पोर्टल पर अथवा ई-मेल पर सिर्फ सूचना भेजी जाती है। इस प्रकार की लिंक को कभी नहीं खोलना चाहिए। ये सूचना हू-ब-हू आयकर विभाग की नकल कर भेजी जा रही है। इससे सतर्क रहें सावधानी बरतें एवं फ्रॉड से बचे।
किसी भी लिंक पर उत्तर नहीं
टैक्स लॉ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मृदुल आर्य ने बताया कि लोगों को स्वयं ही सतर्कता बरतने की जरूरत है। ऐसा कोई नोटिस प्राप्त होने पर इनकम टैक्स के पोर्टल पर लॉगिन कर अपना खाता चेक करें। वहां पर कोई नोटिस या जानकारी मांगी जा रही है तो उसका वहीं पर ही जवाब दें। किसी भी लिंक पर उत्तर देने की आवश्यकता नहीं है। आयकर विभाग कभी ऐसा लिंक नहीं भेजता। हमारे यहां पढ़े-लिखे लोग भी आयकर रिफंड प्राप्त होने के झांसे में आ जाते हैं और अपना नुकसान करवा बैठते हैं।