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Indore Congress News: इंदौर कांग्रेस कार्यालय में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत मामले में प्रदेश नेतृत्व ने बड़ा एक्शन लिया है। जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव और शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्‌ढा को निलंबित कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जीतू पटवारी भी सवालों के घेरे में हैं।  

Indore Congress News: मध्य प्रदेश में कांग्रेस कुछ नेता भाजपा के प्रति दीवाने हैं। प्रदेश से लेकर जिला और ब्लाक तक ऐसे लोग कांग्रेस के अहम पदों पर आसीन हैं। ताजा मामला इंदौर का है। यहां के कांग्रेस कार्यालय में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का स्वागत हुआ। जिसके बाद प्रदेश नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव और शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्‌ढा को निलंबित कर स्पष्टीकरण मांगा है। 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने नोटिस जारी कर इसे अनुशासनहीनता बताया है। कहा, एक ऐसा व्यक्ति जिसने मां अहिल्या की नगरी में लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की है। इंदौर की जनता से उनके मताधिकार छीनने का कृत्य कर इंदौर को शर्मसार किया है, उसका स्वागत सत्कार जिला कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में करना बेहद गंभीर विषय है। इसके लिए दोनों जिलाध्यक्षों को निलंबित करते हुए 7 दिन में जवाब मांगा गया है। 

मीडिया से छिपाते रहे जानकारी 
एमपी कांग्रेस ने इंदौर के दोनों अध्यक्षों को यह नोटिस 20 जुलाई को जारी किया था, लेकिन मीडिया को भनक नहीं लगने दी। नोटिस जारी करने वाले प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राजीव सिंह भी स्पष्ट जवाब देने से बचते रहे। वहीं नोटिस पाने वाले इंदौर कांग्रेस के दोनों अध्यक्षों ने भी नोटिस की बात का खंडन किया था। 

पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में गरमाया मुद्दा 
मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की भूमिका भी संदिग्ध है। इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चड्‌ढा ने दावा किया था कि मंत्री विजयवर्गीय का स्वागत पटवारी के कहने पर किया गया है। हालांकि, अब वह कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और कमलेशवर पटेल ने पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक में इस मुद्दे पर नाराजगी जताई तो नोटिस जारी किए गए।  

जीतू पटवारी को गृह जिले में चुनौती 
दरअसल, इंदौर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का गृह जिला है, लेकिन उनके अध्यक्ष बनने के बाद से यहां कांग्रेस लगातार कमजोर हो रही है। एक के बाद एक नेता पार्टी छोड़कर जा रहा है। कुछ दिन पहले कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय चौरड़िया ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। 

अजय चौरड़िया ने लगाए गंभीर आरोप 
अजय चौरड़िया ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा था कि जीतू पटवारी सेटिंग की राजनीति करते हैं। खुद में मदमस्त हैं। किसी की सुनने को तैयार नहीं होते। उन्हीं के चलते कांग्रेस इतनी कमजोर हुई है। हालांकि, चौरडिया को बाद में पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया।

कैलाश विजयवर्गीय ने बताया मानसिक दिवालियापन 
कांग्रेस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, मुझे लगता है कांग्रेस में सौहार्दता बची नहीं है। मैंने जब पितृ पर्वत की स्थापना की थी, तब दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे, उन्होंने भी पौधरोपण किया था। महाराष्ट्र के सीएम विलाशराव देशमुख ने भी पौधे रोपे थे, लेकिन अब जब मैं पौधरोपण का निमंत्रण देने कांग्रेस कार्यालय जाता हूं और जिलाध्यक्ष को हटा दिया जाता है। मैं तो इसे कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन मानता हूं। 

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