Indore Nagar Nigam: इंदौर नगर निगम में मंगलवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने करीब 8 हजार करोड़ का बजट पेश किया। इस दौरान 15 साल बाद हुए टैक्स बढ़ोत्तरी को विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। विधायक भी उठकर चले गए। महापौर ने चलित पाठशाला शुरू करने, सिटी बसों के किराए में 25 से 70 फीसदी तक की छूट का ऐलान किया है।
महापौर ने बताया कि संपत्ति कर और जलकर बढ़ाया, लेकिन कचरा कलेक्शन में बढ़ोतरी नहीं की गई। 15 साल से टैक्स नहीं बढ़ाए गए। जबकि, नगर निगम सीमा में 29 गांव शामिल हुए हैं। इनका विकास भी जरूरी है।
संपत्ति कर में कामर्शियल टैक्स अधिकतम 7 रुपए और रहवासी इलाकों में अधिकतम 3 रुपए बढ़ाया गया है। जल कर में फ्लैट 100 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। कचरा कलेक्शन शुल्क वही है। वह संस्थाएं जहां से डेढ़ टन अथवा उससे ज्यादा कचरा रोजाना निकलता है। उनका टैक्स बढ़ाया गया है।
महापौर ने बताया कि इंदौर की सिटी बसों में उषा, आशा आंगनबाड़ी और महिला सुपरवाइज़र को यात्रा किराए पर 75% की छूट दी जाएगी। साथ ही बाहर से आने वाले स्टूडेंट्स को सिटी बस में 25% की छूट मिलेगी।
इंदौर के बजट की मुख्य घोषणाएं
- 468 करोड़ की लागत से शहर में 23 सड़कें बनाई जाएंगी। इनमें मास्टर प्लान की सड़कें शामिल हैं।
- बजट में नगर निगम की ऑनलाइन सेवाओं पर फोकस किया गया है। इसके लिए नगर निगम खुद का ई पोर्टल तैयार करेगा।
- बेस्ट-टू-एनर्जी के लिए बजट में करोड़ का प्रावधान किया गया है। 200 से नया प्लांट बनेगा। जहां 500 टन कचरे का निष्पादन कर 6 मेगावाट बिजली तैयार की जा सकेगी।
- शहर की 30 मलिन बस्तियों को ग्रीन स्लम के रूप में डेवलप किया जाएगा। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए 150 नए वाहन खरीदे जाएंगे।
- इंदौर के हर वार्ड की एक कॉलोनी को सौर ऊर्जा से रोशन किया जाएगा। 5 उद्यानों में भी सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे।
- नर्मदा जल परिजयोजना के चौथे चरण का काम शुरू होगा। इसके लिए 1800 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। शहर में 27 नई टंकियां बनाई जाएंगी।
- इंदौर में पांच अत्याधुनिक पार्किंग बनाई जाएंगी। कान्हा नदी शुद्धीकरण के लिए 500 करोड़ के ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे।
कांग्रेस पार्षदों ने लहराई तख्तियां, नेता प्रतिपक्ष निलंबित
टैक्स बढ़ाए जाने से नाराज कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। तख्तियां लेकर वह बेल तक पहुंच गए। सभापति मुन्नलाल यादव ने निलंबित की चेतावनी, लेकिन वह नहीं माने। नारेबाजी करते हुए लगातार तख्तियां लहराते रहे। सभापति ने नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को 5 मिनट का मौका दिया, लेकिन वह नहीं माने। जिसके बाद उन्हें दिनभर के लिए निलंबित कर दिया गया। इस कार्रवाई के बाद विधायक भाजपा रमेश मेंदोला और महेंद्र हार्डिया भी सदन से उठकर चले गए। मीडिया के समक्ष कुछ बोलने से भी बचते रहे।