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MP News: मध्य प्रदेश में एक मासूम बच्ची हेमोफैगोसाइटिक लिम्फो हिस्टियो साइटोसिस बीमारी से पीड़ित है। यह बीमारी हजारों में एक बच्चे को होती है। बच्ची की बड़ी बहन की इस बीमारी की चपेट में आ जाने से पहले ही मौत हो गई है। अब छोटी बेटी को बचाने के लिए परिजन मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं।

MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से एक मासूम की बीमारी ठीक कराने के लिए उसके माता पिता गुहार लगा रहे हैं। मासूम बच्ची हेमोफैगोसाइटिक लिम्फो हिस्टियो साइटोसिस बीमारी से पीड़ित है। इस बीमारी को शॉर्टकट में एचएलएच नाम से बताया जाता है। यह बीमारी हजारों में एक बच्चे को होती है।

दमोह से भोपाल तक का सफर
राजधानी भोपाल पहुंचे मासूम बच्ची तान्या के पिता विप्लव चौरसिया और उनकी पत्नी को अब प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से आस है। बच्ची इस बीमारी से जल्द से जल्द उबर सके इसके लिए दोनों दंपत्ति मदद की आस लगाए हुए हैं। चौरसिया दंपती ने दमोह से भोपाल तक का सफर तय करते हुए बच्ची की बीमारी के बारे में जानकारी दी।

इलाज के लिए 15 लाख रुपए तक का खर्च
मासूम तान्या के पिता विप्लव चौरसिया के अनुसार उनकी बच्ची हेमोफैगोसाइटिक लिम्फो हिस्टियोसाइटोसिस (एचएलएच) से पीड़ित है। बच्ची की इस बीमारी के इलाज के लिए करीब 15 लाख रुपए तक का खर्च आ सकता है। विप्लव दमोह जिले के सिंहपुर गांव के रहवासी हैं और खेती किसानी का काम करते हैं। बच्ची की दुर्लभ बीमारी के चलते चौरसिया परिवार दुखी है। इसलिए मुख्यमंत्री से इलाज के लिए मदद की मांग यह परिवार कर रहा है।

50 हजार बच्चों में एक बच्चा पीडित 
एचएलएच बीमारी को ब्लड सेल्स भी कहा जाता है। बीमारी के बारे में बताया गया कि 50 हजार बच्चों में एक बच्चे को यह बीमारी हो सकती है। बीमारी से पीड़ित बच्चे को तेज बुखार आता है। बल्ड सेल्स ऐसी बीमारी है जिससे शरीर के सेल्स कमजोर हो जाते हैं और पीड़ित की इम्यूनिटी कम हो जाती है। यह बीमारी जेनेटिक भी होती है, जिसमें बालों और त्वचा के रंग बिल्कुल अलग दिखते हैं।

दंपती की पहली बेटी भी रही चपेट में
मासूम तान्या के पिता के अनुसार 3 साल पहले उनकी एक बेटी की इसी बीमारी की चपेट में आने से जान चली गई थी। जिसका इलाज में चौरसिया दंपती ने जबलपुर की एक अस्पताल में कराया था। अब उनकी दूसरी बेटी भी इसी बीमारी की चपेट में है, बच्ची का जीवन बचाने के लिए दंपती सीधे मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगा रहे हैं। बच्ची को एम्स भोपाल में डॉक्टरों को दिखाया गया है। 

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