MP News: मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पटवारी घोटाले को लेकर सवाल उठाए हैं। जीतू ने (X) के माध्यम से सीएम से पटवारी परीक्षा घोटाले की जांच रिपोर्ट को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि चयनित उम्मीदवारों का भविष्य अधर में है। आपको भी कुर्सी संभाले अब एक माह का समय हो गया है। उम्मीद है कि पटवारी भर्ती घोटाले की सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी।
जीतू ने (X) पर लिखा
सीएम मोहन यादव को लेकर उन्होंने लिखा कि यदि आप भूल रहे हों, तो याद दिला दूं कि मध्यप्रदेश में पटवारी संयुक्त परीक्षा 22 नवंबर 2022 को नोटिफिकेशन जारी हुआ था। जिसमें 13 लाख फॉर्म भरे गए और 9 लाख 78 हजार अभ्यर्थियों ने भाग लिया। जब 30 जून को जब परिणाम आए तो 8600 बच्चे चयनित हुए। मध्य प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवा अब यह भी जानना चाहते हैं कि जांच का अंतिम परिणाम कब आएगा? और, परिणाम कब आएगा। आशा है कि इन सवालों का जवाब भी जरूर मिलेगा ।
पटवारी परीक्षा का समय
1. 22 नवंबर 2022 को ESB की ओर से ग्रुप-2, सब ग्रुप-4 और पटवारी की संयुक्त भर्ती परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था।
2. छात्रों ने 5 जनवरी 2023 से 19 जनवरी 2023 तक फॉर्म भरा।
3. लगभग 13 लाख अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा।
4. 15 मार्च से 25 अप्रैल 2023 तक प्रदेश के 78 केंद्रों में परीक्षा हुई।
5. 9,78, 266 अभ्यर्थियों ने भाग लिया।
6. 30 जून को रिजल्ट जारी हुआ।
7. 8,600 अभ्यर्थियों का चयन भी हुआ।
जीतू ने लिखा कि अब सवाल यह है कि -
1. रिजल्ट में टॉप 10 स्टूडेंट की जो सूची जारी हुई, उसमें 7 अभ्यर्थी ग्वालियर के NRI कॉलेज के थे. क्यों?
2. तत्कालीन मुख्यमंत्री ने ग्रुप-2, सब ग्रुप-4 और पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधिपति को नियुक्त भी कर दिया। लेकिन, रिपोर्ट में देरी क्यों?
3. हजारों युवा धरना, प्रदर्शन और आंदोलन किए और कर रहे हैं। वे बार-बार पूछ रहे हैं कि बीजेपी के शासन में व्यापमं से शुरू हुए भर्ती घोटाले आखिर कब रुकेंगे?
4. मेरिट लिस्ट 10 दिन बाद क्यों आई?
5. टॉप-10 में से 7 अभ्यर्थियों का सेंटर एक ही कॉलेज में क्यों था?
6. दिव्यांग कोटे से चयनित ज्यादातर मुरैना जिले के जौरा से और उनके उपनाम में त्यागी ही क्यों है?
7. कुछ अभ्यर्थी तो ऐसे भी थे, जो वन रक्षक भर्ती परीक्षा में फिट हैं, जबकि पटवारी भर्ती परीक्षा में विकलांग। ऐसा क्यों?