Chhindwara Lok Sabha chunav 2024: कमलनाथ मध्य प्रदेश ही नहीं देश की सियासत में कद्दावर चेहरा हैं। कांग्रेस के हर मुश्किल वक्त में वह संकट मोचक बनते रहे हैं, लेकिन 2024 के आम चुनाव भाजपा ने इस कदर घेराबंदी की है कि सालों से कदमताल करने वाले करीबी नेता भी साथ छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली। लिहाजा, बेटे-बहु और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खुद कमलनाथ छिंदवाड़ा की गलियां नाप रहे हैं।
किस नेता क्या कहा...
- जेपी नड्डा ने बोले-छिंदवाड़ा को कमलनाथ से आजाद कराएंगे।
- CM मोहन यादव ने पिछले दिनों सौंसर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, कमलनाथ 40 साल से यहां समस्या पैदा कर रहे हैं। इस बार जनता ने उन्हें घर बैठाने की तैयारी कर ली है। नारा दिया अबकी बाार छिंदवाड़ा पार
- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, नकुलनाथ इस बार क्लीन बोल्ड या हिट विकट होंगे
कांग्रेस का अभेद किला भेदने में जुटी भाजपा की तिकड़ी
भाजपा कमलनाथ के सियासी किले (छिंदवाड़ा लोकसभा सीट) को फतह करने की हर संभव कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव हर दूसरे दिन छिंदवाड़ा पहुंचते हैं। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल तो एक तरह से अस्थायी ठिकाना बना लिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ केंद्रीय मंत्रियों के दौरे भी लगातार हो रहे हैं।
नड्डा ने छेड़ी छिंदवाड़ा के आजादी की बात
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को छिंदवाड़ा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ को परिवारवादी राजनीति का परिचायक बताया। कहा, 50 साल से एक ही अहम पदों पर काबिज है। इस बार जनता छिंदवाड़ा को आजाद कराएगी। वहीं कमलनाथ कांग्रेस नेताओं की तस्वीरें हटाकर खुद के संबंधों और कामों के नाम पर वोट मांग रहे हैं।
जनता से भावनात्मक अपील कर रहे कमलनाथ
कमलनाथ चुनाव प्रचार में पहली बार इतनी मेहनत करते दिख रहे हैं। वह जनता से भावनात्मक अपील करते हैं। कहते हैं मैंने न तो कभी परिवार देखा और न सेहत, छिंदवाड़ा के विकास में हमेशा लगा रहा। अब अंतिम सांस तक यहां के लोगों की सेवा करना चाहता हूं। शनिवार शाम चुनाव-प्रचार के दौरान कुछ समर्थक करीब आए और कहने लगे सर कई लोगों ने दल बदल लिया, हम नहीं बदलेंगे। यह सुनते ही कमलनाथ मुस्कुरा पड़े और हाथ मिलाकर उनका अभिवादन किया।
कमलनाथ करिश्माई नेता
कमलनाथ कांग्रेस के करिश्माई नेता हैं, 44 साल में में उन्होंने 11 चुनाव जीते। भाजपा ने उन्हें घेरने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल जैसे दिग्गजों को उतारा है, उनका मजबूत किला नहीं भेद पाए। 77 की उम्र में पहली बार वह भाजपा के सियासी चक्रब्यूह में उलझे दिख रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर