Kamal Nath on Indore Politics: सूरत के बाद इंदौर लोकसभा क्षेत्र में हुए उलटफेर पर कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान सामने आया है। उन्होंने इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने कहा है कि विपक्ष के नेताओं पर दबाव बनाकर उनकी उम्मीदवारी खत्म की जा रही है। बता दें कि 29 अप्रैल को इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस ले लिया। इससे पहले सूरत से कांग्रेस के प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया था। जबकि अन्य उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया था।
कमलनाथ ने क्या कहा?
इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा नामांकन वापस लिए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक्स (पूर्व में Twitter) के माध्यम से भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ''विपक्ष के नेताओं पर दबाव बनाकर उन्हें चुनाव लड़ने से रोकना लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। हमारे संविधान ने निर्वाचन प्रणाली में जनता को सर्वोपरि स्थान दिया है, लेकिन प्रमुख विपक्षी दल के प्रत्याशी को ही यदि चुनाव मैदान से हटा दिया जाएगा, तो निर्वाचन प्रक्रिया में जनता का ही महत्व समाप्त हो जायेगा।''
पूर्व सीएम ने आगे कहा, ''सभी को चुनाव लड़ने और सभी को मतदान करने का अधिकार हमारे संविधान द्वारा प्रदत्त सर्वश्रेष्ठ अधिकार है, इसकी हमेशा रक्षा होनी चाहिए। संविधान और लोकतंत्र की रक्षा होनी चाहिए।''
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी भाजपा पर साधा निशाना
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी भाजपा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने एक्स पर लिखा, सूरत और खजुराहो की तरह ही इंदौर में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई! कांग्रेस प्रत्याशी को डराया-धमकाया गया! 17 साल पुराने केस में अचानक आवेदन लगा! जानलेवा हमले की धारा बढ़ गई! सोची-समझी साजिश के तहत घेराबंदी की गई!''
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के इंदौर लोकसभा सीट से अक्षय कांति बम को अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन कांग्रेस के प्रत्याशी ने नामांकन के आखिरी दिन (29 अप्रैल) अपना नाम वापस ले लिया, जिससे इंदौर सीट से कोई भी कांग्रेस प्रत्याशी नहीं बचा। साथ ही नामांकन की आखिरी दिन होने की वजह से कोई अन्य उम्मीदवार पर्चा भी नहीं भर सका। इस तरह इंदौर में कांग्रेस के साथ खेल हो गया।