Kisan Kalyan Nidhi: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार (10 फरवरी) को किसान कल्याण निधि की 11वीं किस्त जारी कर दी, लेकिन फार्मर रजिस्ट्री न बन पाने से लाखों किसानों के खाते में यह राशि नहीं पहुंच पाई। अगर आप के बैंक खाते में भी किसान कल्याण निधि की राशि नहीं आई तो घबराने की जरूरत नहीं है। सारा पोर्टल पर जाकर अपना आधार नंबर या बैंक एकाउंट नंबर दर्ज कर स्टेटस चेक कर सकते हैं।
भोपाल के 63 हजार 920 किसान
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार किसानों की मदद के लिए मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत पात्र किसान के खाते में हर साल 6 हजार रुपए तीन समान किस्तों दिए जाते हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार योजना की 11वीं किस्त जारी की है। भोपाल जिले में 63 हजार 920 किसान इस योजना से पंजीकृत हैं, लेकिन 42 हजार ने फार्मर रजिस्ट्री ही नहीं बनवाई।
MP के 81 लाख किसानों को फायदा
मध्य प्रदेश में 81 लाख किसान किसान कल्याण योजना का लाभ ले रहे हैं। इन किसानों के बैंक खाते में हर साल राज्य और केंद्र सरकार 6-6 हजार ट्रांसफर करती हैं। किसान कल्याण योजना की पहली किस्त अप्रैल से जुलाई, दूसरी किस्त अगस्त से नवंबर और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच जारी की जाती है।
समर्थन मूल्य का भी नहीं मिलेगा लाभ
फार्मर रजिस्ट्री के अभाव में किसान सरकार की अन्य योजनाओं के लाभ से भी वंचित हो सकते हैं। समर्थन मूल्य पर उपज भी नहीं बेच पाएंगे। अधिकारियों ने अपील की है कि सभी किसान जल्द से जल्द अपनी फार्मर आईडी बनवा लें। इसके लिए वह किसान एमपी ऑनलाइन या पटवारी की मदद से आवेदन कर सकते हैं।
फार्मर आईडी के लिए ऐसे करें पंजीयन
केंद्र सरकार किसानों को यूनिक आईडी कोड जारी कर रही है। जिसे फार्मर रजिस्ट्री कहते हैं। किसानों को इसमें 11 अंक का यूनिक नंबर मिलती है। फार्मर रजिस्ट्री के लिए ऐप डाउनलोड करना होगा। इस ऐप में आधार नंबर और मोबाइल नंबर का सत्यापन कर कृषि भूमि और समग्र आईडी की जानकारी दर्ज करनी होगी। इसके बाद फार्मर रजिस्ट्री कोड जारी हो जाएगा।