Indore Hidi News: इंदौर के अहमदनगर में बोरे शव मिलने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पूछताछ में पता चला कि अंतिम संस्कार के लिए रुपयों की व्यवस्था न होने के कारण पति ने 57 वर्षीय पत्नी का शव बोरे में भरकर फेंका था। वह दोनों सात साल पूर्व बस स्टैंड पर मिले और एक दूसरे की देखभाल का वादा कर साथ रहने लगे, लेकिन पत्नी को इस तरह अंतिम विदाई देकर पेंटर बहुत दुखी था और वह बगीचे में बैठकर पश्चाताप कर रहा था, तभी पुलिस पहुंच गई और पूछताछ के लिए थाने ले गई।
चंदन नगर थाना क्षेत्र के अहमदनगर (बांक) में रविवार सुबह सुरैया बी के घर के पास बोरे में महिला का शव मिला था। इससे भयंकर बदबू आ रही थी। पुलिस को हत्या की आशंका थी, लेकिन आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक सख्श नजर आया। उसके बारे में जब पता किया बताया गया कि राजकुमार नगर का मदन नरगावे सुबह से गायब है। शनिवार को उसकी टापरी से भी बदबू आ रही थी।
मदन शाम को कालोनी के एक बगीचे में मिला और पुलिस के सवाल करते ही गिड़गिड़ाते हुए बोला शव उसकी पत्नी आशा का है। वह बीमार थी, लंबे समय से उपचार कर रहा था। फ्रेक्चर के चलते रॉड लगवाया, लेकिन कुछ दिन से तबीयत ज्यादा खराब थी। रुपए नहीं थे, इसलिए डॉक्टर के पास नहीं ले जा सका।
पेंटर ने बताया, आशा वैसे तो लंबे समय से बीमार थी, लेकिन पिछले दो तीन से भीषण गर्मी के चलते उसकी हालत और बिगड़ गई थी। टापरी पर लगा टीनशेड भयंकर तपता था। जिससे बीमारी और गर्मी से बेहाल आशा ने दम तोड़ दिया। दो दिन तक उसका शव टापरी में ही पड़ा रहा। शनिवार को पड़ोसी ने कहा, बदबू आ रही है। देख लो कहीं चूहा तो नहीं मरा। उस वक्त तो मदन ने कोई जवाब नही दिया, बाद में शव ठिकाने लगाने का तय किया।
मदन मुस्लिम बहुल इलाके में रहता है। अंतिम संस्कार के लिए रुपए नहीं थे, लेकिन किसी से मदद भी नहीं मांग सका। रात में लोग जब घरों में सोने चले गए, उसने शव को प्लास्टिक के बोरे में भरा और फेंक आया।
एडिशनल डीसीपी जोन-4 आनंद यादव ने बताया कि मदन मूलत: घट्टी पोस्ट देवला अंजड़ जिला बड़वानी का रहने वाला है। वह पुताई का काम करता था, पुलिस ने मर्ग कामय कर मामले को जांच में ले लिया है। मदन ने शव का अनादर किया है। अंतिम संस्कार के लिए सरकारी योजना का लाभ ले सकता था। पुलिस प्रशासन और नागरिक भी मदद कर सकते थे।