MP Lok Sabha Election Result: लोकसभा चुनाव 2024 में मध्यप्रदेश देश में इतिहास रचने की दहलीज पर है। एमपी में पहली बार सभी 29 सीटों पर भाजपा क्लीन स्वीप की तरफ बढ़ रही है। 1980 से 2024 तक हुए 12 चुनावों में यह पहला मौका है, जब एमपी की सभी सीटों पर भाजपा के सांसद काबिज हो सकते हैं।

देश में इंदौर की सबसे बड़ी जीत 
इंदौर ने तो इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कर लिया है। इंदौर में भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी ने रिकॉर्ड 12 लाख 26 हजार 751 हासिल की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। इतने ज्यादा मतों से भारत में अब तक कोई नहीं जीता। 2019 में सबसे बड़ी गुजरात की नवसार सीट के नाम थी। भाजपा के सीआर पाटिल नवसार सीट से 6.90 लाख वोटों से जीते थे। लालवानी ने आज यह रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।

शिवराज की ऐतिहासिक जीत
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की एमपी में दूसरी सबसे बड़ी जीत हुई है। पांच बार के सांसद, छह बार के विधायक और चार बार प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8.21 लाख वोटों से कांग्रेस के प्रतापभानु शर्मा को शिकस्त दी है। MP में तीसरी सबसे बड़ी जीत गुना सीट के नाम पर दर्ज हो गई है। गुना से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के राव यादवेन्द्र सिंह यादव को 540929 मात दी है। 

वीडी, सुधीर और आशीष के नाम भी बड़ी जीत 
चौथी बड़ी जीत एमपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम दर्ज हो गई है। खजुराहो से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे वीडी शर्मा 541229 वोटों से जीत गए। बसपा के कमलेश कुमार की हार हुई। जबलपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी आशीष दुबे ने पांचवीं बड़ी जीत अपने नाम दर्ज की। आशीष दुबे ने कांग्रेस के दिनेश यादव को 486674 वोटों से हराया। छठवीं बड़ी जीत मंदसौर से भाजपा प्रत्याशी सुधीर गुप्‍ता के नाम रिकॉर्ड होगी। सुधीर 493916 वोटों से आगे चल रहे हैं। कांग्रेस के दिलीप सिंह गुर्जर उनसे पीछे हैं। 

1984 में कांग्रेस ने किया था क्लीन स्वीप 
मध्यप्रदेश में 1984 में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप किया था। वर्ष 2000 से पहले अविभाजित मध्यप्रदेश में लोकसभा की 40 सीटें थीं। इन सभी सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे। अब ठीक 40 साल बाद 2024 में भाजपा क्लीन स्वीप करती दिख रही है। कांग्रेस के लिए इससे भी ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि कमलनाथ के गढ़ पर 26 साल बाद एक बार फिर भाजपा कब्जा जमाती दिख रही है। 1997 में हुए उप चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को हराया था। अब 2024 में भाजपा के विवेक साहू बंटी ने कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को 113618 वोटों से हरा दिया। 

2019 में इन सीटों पर भाजपा को मिली थी सबसे बड़ी जीत 

  • नर्मदापुरम
  • 2019 में नर्मदापुरम सीट पर भाजपा के राव उदयप्रताप सिंह ने कांग्रेस के शैलेंद्र दीवान को 5,53, 682 वोटों से हराया। नर्मदापुरम की यह जीत देश की 10 बड़ी जीतों में एक थी। 
  • इंदौर 
  • सांसद शंकर लालवानी ने पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पंकज संघवी को 5.47 लाख वोटों से हराया था। इस सीट पर कुल 16,29,595 मतदाता ने वोट डाले थे। भाजपा को 10,68,595 वोट मिले जो कुल हुई वोटिंग का 65.59% था।  
  • विदिशा:
  • विदिशा में पिछले चुनाव में भाजपा ने रमाकांत भार्गव को टिकट दिया था। उमाकांत ने 5 लाख 3 हजार 84 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र पटेल को हराया था। रमाकांत को 853022 तो शैलेंद्र को 349338 वोट मिले थे। 
  • खजुराहो 
  • 2019 में खजुराहो सीट पर भाजपा के वीडी शर्मा और कांग्रेस की कविता सिंह के बीच मुकाबला हुआ था। वीडी ने कविता को 492382 वोटों से मात दी थी। वीडी को 8811135 वोट मिले थे। कविता सिंह 318753 मत हासिल कर पाईं थी।  
  • जबलपुर
  • जबलपुर सीट पर 2019 में भाजपा के राकेश सिंह और कांग्रेस के विवेक तन्खा के बीच घमासान हुआ था। राकेश ने तन्खा को 454744 वोटों से मात दी थी। राकेश को 826454 तो तन्खा को 371710 वोट मिले थे।  
  • राजगढ़ 
  • 2019 के चुनाव में राजगढ़ सीट पर भाजपा के रोडमल नागर और कांग्रेस की मोना सुस्तानी के बीच मुकाबला हुआ था। रोडमल ने कांग्रेस की मोना सुस्तानी को 431019 वोटों से हराया था। रोडमल ने 823824 वोट हासिल किए थे, वहीं मोना सुस्तानी को 392805 वोट मिले थे। 
  • शहडोल  
  • शहडोल एसटी पर नजर डालें तो 2019 में भाजपा की हिमाद्री सिंह और कांग्रेस की प्रमिला सिंह के बीच मुकाबला हुआ था। भाजपा की हिमाद्री  ने 403333 वोटों से जीत हासिल की थी। हिमाद्री को 747977 तो प्रमिला को 344644 वोट मिले थे।