भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने भाजपा छोड़ दी है। अजय ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस्तीफा भेजा। अजय प्रताप सीधी से टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे। 2018 से राज्यसभा सदस्य हैं। BJP ने इस बार सीधी से डॉ. राजेश मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। 2019 में रीति पाठक इस सीट से सांसद चुनी गई थीं।
भाजपा की करनी और कथनी में अंतर है
अजय ने कहा कि उनका पार्टी की कार्यप्रणाली से विश्वास उठ गया है। भाजपा की करनी और कथनी में अंतर दिखाई दे रहा है। लंबे समय से मैं जिन विषयों को सदन के माध्यम से उठाता रहा हूं, उन विषयों की उपेक्षा हुई है। इसलिए मुझे लगा कि पार्टी के भीतर रहकर यह कार्य संभव नहीं होगा और पार्टी के बाहर आकर विषयों को उठाना होगा।
मैं व्यक्तिगत राजनीति में विश्वास नहीं करता हूं
अजय प्रताप सिंह ने कहा कि मैं व्यक्तिगत राजनीति में विश्वास नहीं करता हूं, लेकिन लोकतंत्र में सभी समाज का प्रतिनिधित्व की भावना में विश्वास रखता हूं। इसलिए सभी संगठनों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि सभी समाज का प्रतिनिधित्व हो। ताकि सभी समाज की बात और उनकी भावनाएं सामने आ सकें।
निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा
अजय प्रताप सिंह ने अपना इस्तीफा सोशल मीडिया पर शेयर कर किया है। अजय ने लिखा है कि मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भेजा। चर्चा है कि अजय प्रताप सिंह लोकसभा चुनाव में सीधी से टिकट मांग रहे हैं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि अजय प्रताप सिंह सीधी से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि अजय ने कहा कि अभी उन्होंने आगे को लेकर कुछ तय नहीं किया है। अभी सिर्फ भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है।