Lok Sabha Speaker Om Birla Bhopal visit: मध्यप्रदेश 16वीं विधानसभा के लिए पहली बार निर्वाचित विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल होने भोपाल आए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने 141 सांसदों के निलंबन पर जवाब दिया। मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, कोई स्पीकर नहीं चाहता कि सदस्य निलंबित हों, लेकिन सदन की गरिमा भी जरूरी है। संसद हो या विधानसभा नियोजित तरीके से व्यवधान अच्छी परंपरा नहीं है। कानून अच्छे हों तो सहयोग भी करें।
असहमति व्यवधान से नहीं तर्कों से जताएं
मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसरोबर सभागार में प्रबोधन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्पीकर ओम बिरला ने नवनिर्वाचित विधायकों को आचरण और संसदीय व्यवस्था से अवगत कराया। कहा, सभी विधायक सदन में अधिक से अधिक समय बिताएं। खासकर, पहली बार चुनकर आए सदस्यों को तो अभिव्यक्ति के लिए पर्याप्त समय भी मिलना चाहिए। सदन में नियोजित व्यवधान लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है। विपक्ष अपनी असहमति व्यवधान से नहीं बल्कि चर्चा करते हुए तर्कों के साथ व्यक्त करें।
गहन अध्ययन कर सार्थक सवाल पूछें
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, विधायक अपने क्षेत्र तक सीमित न रहें, बल्कि सदन में सम्पूर्ण प्रदेश के विषयों पर समृद्ध चर्चा करें। विषय का गहन अध्ययन करें और संक्षिप्त में सार्थक प्रश्न ही पूछें। कानून निर्माण के दौरान विस्तृत चर्चा हो। नीतियों की सकारात्मक आलोचना कर सरकार के कार्यों में पारदर्शिता लाएं। हमारे अनुभव और ज्ञान का लाभ विधानसभा के माध्यम से जनता को मिलना चाहिए। विधायक के रूप में जनता की आशाओं-अपेक्षाओं को पूरा करते हुए प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास करें।