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Eid-Ul-Adha : ईद उल अजहा यानी बकरा ईद का त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लोग 17 जून को मनायेंगे। राजधानी भोपाल में कुर्बानी देने के लिए बकरों और पाडों को महंगे ड्राई फूड्स और दूध का सेवन भी कराया जा रहा है। इन बकरों और पांडो का नाम भी रोचक रखा गया है, जिन्हें नाम से बुलाने पर वह अपने मालिक के पास भी चलते हुए आ जाता है।

Eid-Ul-Adha : ईद उल अजहा यानी बकरा ईद का त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लोग 17 जून को मनायेंगे। राजधानी भोपाल में कुर्बानी देने के लिए बकरों और पाडों को महंगे ड्राई फूड्स और दूध का सेवन भी कराया जा रहा है। इन बकरों और पांडो का नाम भी रोचक रखा गया है, जिन्हें नाम से बुलाने पर वह अपने मालिक के पास भी चलते हुए आ जाता है।

यशपाल ने लाड़ प्यार से पाला है
बकरा ईद से पहले भोपाल में 3 साल के पड़ा राजा की जमकर चर्चा है। राजा कोई आम भैसा नहीं है, यह 5 लीटर सुबह और 5 लीटर शाम को दूध पीता है, साथ ही घी, काजू, बादाम और अखरोट भी उसे खिलाया जाता है। इसके मालिक यशपाल दांगी हैं, जो बैरसिया की खजुरिया रामदास गांव में रहते हैं। यशपाल ने बताया कि उन्होंने इसे बड़े लाड़ प्यार से पाला है।

अकील कुरैशी ने एक लाख 70 हजार रुपए में खरीदा
पाड़े राजा को को बैरसिया निवासी अकील कुरैशी ने एक लाख 70 हजार रुपए यशपाल को देकर अब खरीदा है। पाड़े राजा नाम के भैंसे का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर इसे शेयर कर अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

बकरों का बाजार भी इन दिनों लगाया जा रहा है
शहर की बाजारों में बकरा ईद से पहले बकरों और पाड़ों का हुजूम दिखाई दे रहा है। पुराने भोपाल में कई जगहों पर बकरों का बाजार भी इन दिनों लगाया जा रहा है, जहां पर बड़े और वजनी बकरे महंगे रेट पर बेचे जा रहे हैं। बकरा ईद से पहले मुस्लिम समुदाय के लोग इन जानवरों की खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं। समुदाय के लोग शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही कुर्बानी दे सकेंगे।

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