Ladli Behna Yojana: मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने बुधवार को लाड़ली बहना योजना की पहली किस्त जारी कर दी। खाते में राशि पहुंचते ही प्रदेश की 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों के चेहरे पर मुस्कुराहट छा गई। परिवार में भी खुशी का माहौल है। मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार सुबह 11.30 बजे भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर पहुंचे और 11.45 बजे कन्यापूजन और दीप प्रज्ज्वलन कर महिला सशक्तिकरण सप्ताह का शुभारंभ किया। दोपहर 12 बजे वन क्लिक के माध्यम से सीएम ने लाड़ली बहनों के खाते में 1576.61 करोड़ रुपए और 341 करोड़ रुपए निराश्रित पेंशन व दिव्यांग कल्याण के रुपए खातों में ट्रांसफर किए। लाड़ली बहना योजना की यह 8वीं किस्त है। सामाजिक कल्याण मंत्री नारयाण सिंह कुशवाहा व महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया सहित दोनों विभागों के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।  

लाड़ली बहना योजना की किस्त जारी करते समय मुख्यमंत्री मोहन यादव।

इस खास मौके पर क्या बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को मकर संक्रांति का महत्व बताते हुए इसे महिला सशक्तिकरण के रूप मनाने का आह्वान किया। कहा, दुनिया में 200 से ज्यादा देश हैं, लेकिन महिलाओं का जो सम्मान भारत में होता है, वह कहीं नहीं किया जाता। भारत में महिलाओं को देवी के रूप में पूजा जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम बनाकर महिलाओं का न सिर्फ मान बढ़ाया, बल्कि उन्हें सशक्त करने का प्रयास किया है। प्रधानमंत्री मोदी अद्भुत नेतृत्व के धनी हैं। वह जो कहते हैं, वह करते हैं। 
     
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि, मकर संक्रांति से सूर्य देवता धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं और रात छोटी होती जाती है। प्रकाश का प्रादुर्भाव बढ़ता जाता है। हम सब अपने दिन की शुरुआत सूर्य दर्शन से करते हैं। बिना सूर्य और प्रकाश के जीवन में अंधियारा है। मकर संक्रांति का पर्व इसी प्रकाश का परिचायक है। इस पर्व को हर कोई अलग ढंग से मनाता है। बच्चे पतंग उड़ाते हैं। महिलाएं पकवान बनाती हैं। गंगा स्नान के लिए भी बड़ी संख्या में लोग जाते हैं। हम मकर संक्रांति का पर्व महिला सशक्तिकरण के रूप मना रहे हैं। पूरे सप्ताह भर कार्यक्रम होंगे। जिनमें महिला सशक्तिकरण व जनकल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। साथ ही इस दिशा में बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं व संगठन सदस्यों को सम्मानित किया जाएगा।  
     
  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि लाडली बहना योजना की आठवीं किस्त जारी कर दी है। प्रदेश की 1.29 करोड़ बहनों के खाते में 1576.61 करोड़ रुपए भेजे गए हैं। लेकिन इसे लेकर कांग्रेस नेताओं के पेट में दर्द होता है। उन्होंने तो कुछ दिया नहीं। अब दे भी नहीं सकते। हम बहनों के साथ गरीब परिवार, दिव्यांगजन और निराश्रितों के कल्याण के लिए राशि का इंतजाम कर रहे हैं। यह राशि जरूरतमंदों के कल्याण के लिए है। कोई एहसान नहीं, बल्कि जनता का ही रुपया है, जिसे जनता के कल्याण में उपयोग किया जा रहा है।  
     
  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दौरान मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत 1576 करोड़ रुपए और सामाजिक कल्याण विभाग की 15 से अधिक योजनाओं के तहत हितग्राहियों के खाते में सिंगल क्लिक से 341 करोड़ पेंशन व आर्थिक सहायता की राशि अंतरित की। इसके अलावा उन्होंने पत्रकारों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजना के तहत पेंशनधारियों के खाते में 56 लाख रुपए जारी किए। भोपाल की पांच बहनों को श्रृंगार सामग्री और उपहार भेंट किए।

महिला सशक्तिकरण, हमारा प्रण
मुख्यमंत्री यादव ने x पर लिखा- "महिला सशक्तिकरण, हमारा प्रण" है। प्रदेश में आज से मकर संक्रांति उत्सव की शुरुआत हो रही है और मुझे प्रसन्नता है कि पहले दिन हम 'मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जना' के अंतर्गत 1.29 करोड़ बहनों को ₹1576 करोड़ की सहायता प्रदान करने जा रहे हैं।

पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दी बधाई
लाडली बहना योजना की राशि जारी होने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बधाई दी। सोशल मीडिया प्लेट फार्म X पर लिखा मध्यप्रदेश की मेरी लाड़ली बहनों आज 10 तारीख तथा लाड़ली बहना दिवस है। आज ही आपके खाते में 1250 रुपए आने वाले हैं। महिला सशक्तिकरण मेरे जीवन का मिशन है। अब लाड़ली बहनें, लखपति बनें, इस अभियान में जुटूंगा। मेरी सभी बहनों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 

बहनों की संख्या और राशि दोनों में बढ़ोत्तरी 
विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 10 जून 2023 को लाड़ली बहनों के खाते में पहली किस्त जारी की थी। तब पूर्व सीएम चौहान ने जबलपुर में आयोजित समारोह में बहनों के खाते में एक-एक हजार रुपए डाले थे। बाद में दिवाली से पहले यह इस राशि को बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया था। 10 जून को लाड़ली बहना योजना के तहत 11 लाख 26 हजार 546 महिलाओं के बैंक खाते में रुपए जारी किए गए थे। अब बहनों की संख्या और योजना की राशि में भी बढ़ोत्तरी हो गई है।