Nepal Landslide: मध्यप्रदेश की 'मोहन सरकार' ने नेपाल में फंसे लोगों की मदद की है। काठमांडू में बाढ़ और भूस्खलन में फंसे एमपी के 23 श्रदालुओं की घर वापसी हो रही है। एमपी सरकार की पहल के बाद अधिकारियों की टीम श्रद्धालुओं को लेकर मध्यप्रदेश लौट रही है। बुधवार(2 अक्टूबर) को सुबह 7 बजे विशेष वाहन से सभी तीर्थयात्री मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुए। तीन दिनों तक बाढ़ में फंसकर बेहाल हुए श्रद्धालुओं के चेहरे खिलखिला उठा हैं। 

पशुपतिनाथ के दर्शन करने गए थे काठमांडू 
जानकारी के मुताबिक, दुर्गा साहू, संतोष साहू, खूबचंद साहू, दीपत मरावी, विनोद साहू, राजेश साहू और रमेश साहू सहित 23 श्रद्धालु 24 सिंतबर को दर्शन करने पशुपतिनाथ गए थे। सिंधुली घाटी और काठमांडू के बीच काबरे जिला में भारी बारिश होने से पूरा ब्रिज और सड़क बह गए। सड़क नदी में तब्दील हो गई थी। लोग वहीं फंस गए। नेपाल सरकार ने हेलिकॉप्टर से लोगों को सुरक्षित निकाला और भारतीय दूतावास कार्यालय पहुंचाया। पीड़ित ने मदद की गुहार लगाई तो सरकार ने मदद की है। 

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इन जिलों के लोग फंसे थे 
बता दें कि डिंडौरी के 7, मंडला के एक, जबलपुर के 5 और रीवा के 8 श्रद्धालु पशुपतिनाथ के दर्शन करने काठमांडू गए थे। अचानक आई आसमानी आफत में सभी फंस गए। सभी ने वीडियो जारी कर सरकार से मदद की गुहार लगाई। प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद सरकार के समन्वय से तत्काल मदद पहुंचाई गई। सुबह 7 बजे विशेष वाहन से तीर्थ यात्री मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुए। मदद पहुंचाने के लिए सभी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार जताया है। 

हमारी सरकार सदैव चिंता करती है 
सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारे कोई भी यात्री, कहीं भी फंसे हों यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार ने सदैव चिंता की है। जैसे ही हमें सुचना मिली तो भारत सरकार ने नेपाल के लोगों से संपर्क किया। एक-एक तीर्थ यात्री को सुरक्षित निकालकर लाए। हमारे अधिकारियों ने पूरी तत्परता के साथ सभी की मदद की।