भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी है। जितेंद्र ने कहा कि आगामी आदेश तक जिला अध्यक्ष और प्रभारी काम करते रहेंगे। अब नए सिरे से नियुक्तियां होंगी। इधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा- वर्तमान दौर संघर्ष और चुनौती भरा है, लेकिन असंभव कुछ नहीं है। समर्पण भाव से 'मैं नहीं हम' को सर्वोपरि मानकर एकजुटता के साथ काम करेंगे।
'मुझे खुशी है कि कार्यकर्ताओं में अभी भी बहुत जोश है'
मध्यप्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने बैठक से पहले कहा, कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव में अच्छा परफॉर्मेंस नहीं दे पाई, लेकिन इस बात की खुशी है कि कार्यकर्ताओं में अभी भी बहुत जोश है।
'हम भाजपा से नहीं, कांग्रेस से हारे हैं'
कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों की बैठक हुई। बैठक में छतरपुर के जिलाध्यक्ष महाप्रसाद पटेल ने कहा, हम भाजपा से नहीं, कांग्रेस से हारे हैं। पार्टी को अपने ही लोगों ने हरवाया है। संगठन में नियुक्तियां हो जाती हैं, प्रभारी को पता तक नहीं होता। राजस्थान में भाजपा ने पहली बार के विधायक को सीएम बना दिया। सभी को तवज्जो दी जानी चाहिए।
बैठक में ये नेता रहे उपस्थित
बता दें कि कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी को कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया था। जबकि रणदीप सुरजेवाला की जगह भंवर जितेंद्र सिंह को मध्यप्रदेश का प्रभारी बनाया। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद जितेंद्र सिंह मंगलवार को भोपाल पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बैठक ली। बैठक में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और सुरेश पचौरी मौजूद रहे।