भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने परिवार के साथ अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। CM मोहन और उनकी पत्नी भगवान राम के सामने दंडवत हुए। मंत्रियों ने जय श्री राम के नारे लगाए। भगवान रामलला के मंदिर में सीएम ने पूरी कैबिनेट के साथ राम धुन 'श्रीराम, जय राम जय जय राम' भी गाई। मंत्रियों ने जय श्री राम के नारे लगाए। कैलाश विजयवर्गीय ने बस में ही भजन गाया 'राम आए हैं तो राम राज्य लाएंगे'। बता दें मोहन यादव की पूरी टीम भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिए अयोध्या आई है। मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भोपाल में सभी को एयरपोर्ट तक विदा किया था। शाम तक मोहन कैबिनेट वापस भोपाल लौटेगी।
सीएम मोहन ने कहा-आज की कैबिनेट भगवान श्रीराम को समर्पित
अयोध्या रवाना होते समय सीएम मोहन यादव ने कहा था कि यह हमारा सौभाग्य है। 22 जनवरी को जब प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तब हमारी इच्छा थी कि हम वहां जाएं। हमने आज की अपनी कैबिनेट को भगवान श्रीराम को समर्पित कर दिया है। अगर उत्तर प्रदेश सरकार हमें भूमि उपलब्ध कराएगी तो हम वहां पर धर्मशाला स्थापित करेंगे।
सीएम बोले-धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग को जोड़ा जाएगा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कैबिनेट की बैठक से पहले संबोधन में कहा कि मंत्रिपरिषद के सदस्यों का भगवान श्री राम के दर्शन के लिए शासकीय रूप से अयोध्या जाना ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अवसर है। सीएम ने कहा कि मंत्री परिषद की अगली बैठक में मंत्री मंडलीय उप समिति बनाकर धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग को जोड़ा जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित देवस्थानों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय क्षेत्र के देवस्थानों के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग भी इसमें शामिल रहेंगे। सभी विभाग देवस्थानों के विकास के लिए कार्ययोजना बनाकर इनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा-महाकाल के भक्त अयोध्या जी चले
यूपी या अन्य राज्यों की सरकार को MP में उपलब्ध कराएंगे भूमि
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मंदिरों में सामूहिक विवाह जैसे सामाजिक कार्य संपन्न हों। अयोध्या धाम सहित प्रदेश के अंदर और प्रदेश के बाहर स्थित प्रमुख देवस्थानों में राज्य सरकार द्वारा धर्मशालाएं विकसित करने की दिशा में पहल की जाएगी। दूसरे राज्य की सरकारों को भी मध्यप्रदेश स्थित देवालयों में उनके राज्य की तरफ से धर्मशालाएं विकसित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। सीएम ने कहा कि हम भी एक आश्वासन दे रहे हैं कि यूपी सहित किसी भी राज्य की सरकार अगर मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थानों पर धर्मशाला, घाट बनाती है या जनसुविधाओं को डबलप करती है तो एमपी सरकार उनको भूमि उपलब्ध कराएगी।