Madhya Pradesh Weather Update: मध्यप्रदेश में मौसम ने फिर करवट बदल ली है। ओले-बारिश और तेज हवा का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को दोपहर बाद सागर के गौरझामर, देवरी सहित कई इलाकों में बारिश के साथ ओले गिरे। नर्मदापुरम और सिंगरौली में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। भोपाल में सुबह से बादल छाए रहे और शाम 4.30 बजे बारिश हुई। सीहोर, रायसेन और विदिशा में भी पानी गिरा।
इन जिलों में ओलावृष्टि का अनुमान
मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में भोपाल, सीहोर, बैतूल, रायसेन के सांची और भीमबेटका, सागर, दमोह, मंडला, सिवनी, कटनी, मैहर और सीधी में आकाशीय बिजली गिरने के साथ ओलावृष्टि का अनुमान जताया है। यहां 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है।
गरज-चमक के साथ बारिश
सिंगरौली, उमरिया और नर्मदापुरम देर शाम के समय बारिश हो सकती है। शाजापुर, विदिशा, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, बालाघाट, डिंडोरी, सतना, जबलपुर, रीवा, शहडोल, अनूपपुर और पन्ना जिलों में भी हल्की गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
जानें क्यों बदला मौसम
मौसम वैज्ञनिक के मुताबिक, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से मध्यप्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी है। इस कारण आंधी, बारिश, ओले और आकाशीय बिजली की गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी भी आ रही है। इस कारण 11 अप्रैल तक प्रदेश में हल्की बारिश होती रहेगी। नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और पांढुर्णा में ज्यादा बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। 50 से 60 Km प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है, जबकि इससे जुड़े जिलों में भी असर बना रहेगा।
मौसम विभाग ने जारी की एडवाइजरी
मौसम विभाग लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, ओले गिरने एवं तेज हवा के कारण खुले क्षेत्र में फसलों को नुकसान की संभावना है। इसलिए उसे समेटकर रख लें। आकाशीय बिजली गिरने से जान-माल को हानि हो सकती है। ऐसे में सुरक्षित स्थान पर रहें। घर के अंदर रहें। खिड़कियों और दरवाजे को बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें। पेड़ों के नीचे शरण लें। इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें।