MP Weather Update: मध्यप्रदेश में मेघ मेहरबान हैं। जमकर पानी बरस रहा है। भोपाल में सावन की झड़ी लगी है। राजधानी में गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी जारी रही। मौसम विभाग ने 2 अगस्त को जबलपुर, भोपाल, सतना, छिंदवाड़ा सहित 39 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। सूबे में 42 दिन से तेज तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। अब तक एमपी में 500.38 मिमी यानी सामान्य से 9 फीसदी ज्यादा पानी बरस चुका है। पश्चिमी हिस्से में 15% ज्यादा पानी बरस चुका है। पूर्वी हिस्से में 2 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। 

आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट 
मौसम विभाग ने शुक्रवार को जबलपुर, विदिशा, भोपाल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, सतना, रायसेन, सागर, छतरपुर, पन्ना, कटनी, डिंडौरी, मंडला, गुना, दमोह, पांढुर्णा, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, मैहर, शहडोल, अनूपपुर, ग्वालियर, भिंड, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, निवाड़ी, राजगढ़, आगर- मालवा, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, सिवनी और बालाघाट में तेज बारिश का अलर्ट है। इधर उज्जैन, इंदौर देवास, खरगोन, खंडवा समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक का दौर रहेगा।

सिवनी में ज्यादा तो रीवा में सबसे कम बारिश 
MP के सिवनी में सबसे ज्यादा 32 इंच पानी बरसा है। यह कोटे से 10.80 इंच ज्यादा है। भोपाल, रायसेन और छिंदवाड़ा, मंडला और नर्मदापुरम में 25 इंच से ज्यादा पानी बरस चुका है। रीवा में सबसे कम 8 इंच पानी बरसा है।  भोपाल में 25.30, इंदौर 15.69, जबलपुर 20.99, ग्वालियर 15.87, मंडला 30.68, रायसेन 25.75, छिंदवाड़ा 25.61 और नर्मदापुरम में 27.32 इंच बारिश हो चुकी है।

जानें क्या कह रहे मौसम वैज्ञानिक 
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, वेस्ट बंगाल में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। यह सिस्टम अब एमपी की ओर आने लगा। एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर है। दो अन्य सिस्टम भी एक्टिव हैं। इसलिए एमपी में अच्छी बारिश का दौर जारी रहा। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से सिस्टम स्ट्रॉन्ग है। इस सिस्टम से 5 अगस्त तक प्रदेश में अच्छी बारिश दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने कहीं भारी तो कहीं तेज बारिश की चेतावनी जारी की है।

कलियासोत के तीन गेट खोले
तेज बारिश से कलियासोत डैम के 3 गेट खोले गए हैं। भदभदा डैम के भी गेट खोले जाएंगे। नर्मदापुरम में तवा बांध के 5 गेट खोल दिए गए हैं। इंदिरा सागर बांध को भी भरता है।  सीहोर का कोलार डैम 3.36 मीटर खाली है। शहडोल का बाणसागर डैम 8.89 मीटर खाली है। गांधीसागर डैम 4.41, इंदिरा सागर डैम 6.47, ओंकारेश्वर डैम 1.81, मोहनपुरा डैम 2.30, गोपीकृष्ण सागर डैम 4.40, संजयसागर डैम 1.65 मीटर खाली है।