MP Weather Update: मध्यप्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। कहीं बारिश हो रही है तो कई जिलों में गर्मी से लोग बेहाल हैं। शनिवार को छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, खरगोन सहित 12 जिलों में आंधी के साथ गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित 22 जिलों में तेज आंधी चल सकती है। रीवा, मऊगंज और सिंगरौली में गर्म हवा भी चल सकती है। शुक्रवार को कई शहरों में मौसम बदल रहा। इंदौर, ,खरगोन, सीहोर सहित 8 जिलों में बारिश हुई। कई जिलों में गर्मी का असर रहा। खजुराहो में सबसे ज्यादा 45.2 डिग्री गर्मी रही। बिजावर में गर्मी का पारा 45 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।  

इन जिलों में आंधी-गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट 
मौसम विभाग ने शनिवार को कई जिलों में आंधी, बारिश और गरज-चमक की स्थिति बने रहने की संभावना जताई है। झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, सीधी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में आंधी, गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट है।

शहर अधिकतम न्यूनतम
पचमढ़ी 34.0 24.4
खंडवा 36.1 24.0
बैतूल 36.2 25.2
धार 36.4 22.4
खरगोन 37.0 26.4
छिंदवाड़ा 37.2 25.6
सिवनी 38.0 26.6
रायसेन 39.0 29.4
नरसिंहपुर  39.0 22.8
रतलाम 39.2 26.2
टीकमगढ़ 40.5 29.5
गुना 40.8 27.0
नर्मदापुरम 40.8 28.5
मंडला 41.2 27.0
सागर 42.0 28.7
उमरिया 42.7 31.9
दमोह 43.5 30.5
खजुराहो 45.2 31.6
बिजावर, छतरपुर 45.0 30.3

यहां आंधी का यलो अलर्ट 
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, सीहोर, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडोरी, अनूपपुर में आंधी का यलो अलर्ट है। दूसरी ओर, रीवा, मऊगंज और सिंगरौली में गर्म हवाएं भी चल सकती है।

दो-तीन दिन देरी से आएगा मानसून 
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, 10 से 14 जून के बाद मानसून स्थिर है। मध्यप्रदेश में इंतजार करना पड़ेगा। महाराष्ट्र समेत कई प्रदेशों में एंटर होने के बाद मानसून की दोनों ब्रांच कमजोर हो गई है। इसके कारण मध्यप्रदेश में तय समय से 2-3 दिन के बाद ही मानसून की एंट्री होने की संभावना है। इससे पहले एमपी में प्री-मानसून की एक्टिविटी जारी है।

दक्षिण हिस्से में बारिश और तेज हवा की स्थिति बनी है
वर्तमान में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। दक्षिण हिस्से में बारिश और तेज हवा की स्थिति बनी हुई है। यहां हवा की गति भी अधिक है। उत्तर-पश्चिमी हिस्से में भी ऐसी स्थिति बन रही है। इसलिए मानसून आने के पहले आंधी, गरज-चमक और बारिश की स्थिति बनी रहेगी।