पुलिस कस्टडी में मौत, TI समेत 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड: मुरैना के सिविल लाइन थाने में लगाई फांसी, 5 लाख मांगने का आरोप

Morena Ambah Accused Suicide Case
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पुलिस कस्टडी में दलित युवक की मौत: मुरैना सिविल लाइन थाने में खुदकुशी
मध्य प्रदेश के मुरैना में दिसंबर 2023 में हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार युवक ने शनिवार रात सिविल लाइन थाने में फंदा लगाकर जान दे दी। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंच गए।

Morena Accused Suicide Case: मध्य प्रदेश के मुरैना में आरोपी ने थाने में सुसाइड कर लिया। पुलिस ने उसे 2023 हुए हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। परिजनों ने पुलिस पर 5 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया है। जिसके बाद एसपी समीर सौरभ ने TI, हेड कॉन्स्टेबल और एक आरक्षक को निलंबित कर दिया है। घटना सिविल लाइन थाने की है। डॉक्टर और फोरेंसिक एक्सपर्ट जांच कर रहे हैं।

दरअसल, दिसंबर 2023 में अशोक जाटव नाम के शख्स की हत्या हुई थी। मामले में बालकृष्ण जाटव (31) उर्फ सनी पुत्र काशीराम आरोपी था। शनिवार रात 10 बजे पुलिस ने उसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। अशोक रिश्ते में बालकृष्ण का जीजा लगता था।

परिजन बोले-हेड कॉन्स्टेबल को दिए थे 1.10 लाख
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो कॉल पर परिजनों से बात की है। मृतक बालकृष्ण के बड़े भाई कल्लू ने बताया कि पुलिस ने उसे छोड़ने के लिए 5 लाख मांग रही थी। शनिवार को सिविल लाइन थाने के हेड कॉन्स्टेबल पवन त्रिवेदी को 1 लाख 10 हजार दिए थे।

गमछे से लगाया फंदा
मुरैना एएसपी डॉ. अरविंद ठाकुर ने बताया, जांच जारी है। आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति का था। उसके खिलाफ चार से पांच केस पहले से दर्ज हैं। शुरुआती जांच में गमछे से फंदा लगाए जाने की जानकारी मिली है।

4 दिन पहले उठाई थी पुलिस
बालकृष्ण ग्वालियर के लक्ष्मणपुर जलालपुर वार्ड-63 का रहने वाला था। मुरैना में अंबेडकर नगर स्थित मामी के घर में रहकर मजदूरी करता था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसे 4 दिन पहले उठाया था, लेकिन मौत कैसे हुई, इसका सही-सही खुलासा नहीं कर रही।

नहर के पास मिला था शव
दिसंबर 2023 में अशोक जाटव का शव सवितापुरा नहर के पास मिला था। संदेह के आधार पर पुलिस ने शनिवार को बालकृष्ण को गंगा मालनपुर गांव से उठा लाई। उसे शक है कि सनी जाटव ने ही अशोक की हत्या की है।

जीतू पटवारी करेंगे आमरण अनशन
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने X पर पोस्ट कर पूछा, क्या मप्र में दलित होना अपराध है? कटनी के बाद मुरैना में पुलिस की बर्बरता निंदनीय है। थानों में दलितों की ही हत्या क्यों हो रही। अंबेडकर की विचारधारा वाले लोगों से सरकार को नफरत क्यों है? पटवारी ने मुरैना एसपी को बर्खास्त कर आरोपी पुलिसवालों पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। कार्रवाई न होने पर उन्होंने आमरण अनशन की चेतावनी दी है।

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