Bhopal Tiger Movement : राजधानी के कलियासोत क्षेत्र में एक बार फिर बाघों का मूवमेंट बढ़ा है। बाघों के मिले पंजे के निशान से उनके इस क्षेत्र में लगातार चहलकदमी का अंदेशा हो रहा है। जिससे कि चंदनपुरा में रहने वाले लोग भी दहशत के माहौल में है। वन विभाग के कर्मचारी यहां बाघों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। यहां चेतावनी बोर्ड लगे होने के बावजूद भी कुछ लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं।

बाघिन के और उसके शावकों के मूवमेंट की संभावना
जानकारी के अनुसार कलियासोत नदी के समीप बाघ के पंजों के निशान मिले हैं। इस बार बाघ के पंजों के साथ ही छोटे पंजों के निशान भी मिले हैं। इससे इलाके में बाघिन के और उसके शावकों के मूवमेंट की संभावना है। इस क्षेत्र में आवागमन करने वाले और आस पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा अलर्ट भी किया गया है।

डीएफओ ने बताया इलाके में 8 बाघ हैं
वन विभाग के डीएफओ अशोक पाठक ने इस मामले में बताया कि इस इलाके में 8 बाघ हैं। उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है। यहां आसपास के इलाके में बाघिन टी-123 का मूवमेंट रहता है, जो अपने शावकों के साथ घूमती है। पगमार्क से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि छोटे पंजों के निशान नए शावकों के हैं या पुराने शावकों के हैं। टाइगर की मॉनिटरिंग के लिए दिन और रात में सचिंग की जा रही है। जगह-जगह कैमरे लगे हुए हैं। लोगों की सुरक्षा के लिहाज से रात को उक्त रास्ता बंद कर दिए जाता है।

चंदनपुरा गांव में आवागमन पर लगाई रोक
बाघ का वीडियो सामने आने के बाद बाधिन की सर्चिंग के लिए टीम जुटी हुई है। चंदनपुरा गांव की सड़कों पर आवागमन बंद कर दिया है, अगर नए शावक साथ हैं तो टाइगर-मानव टकराव की स्थिति भी बन सकती है। दो महीने से बाघ का मूवमेंट चंदनपुरा में बना हुआ है। चेतावनी बोर्ड लगे होने के बावजूद सुबह- शाम यहां लापरवाह लोग टहलने जाते हैं।