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MP BJP President: मध्य प्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद की घोषणा 15 जनवरी 2025 तक की जानी थी, लेकिन समन्वय और सहमति के अभाव में घोषणा टल गई। अब एक बार फिर कवायद तेज की गई है। नया बीजेपी अध्यक्ष जल्द मिल जाएगा।

MP BJP President: मध्य प्रदेश में भाजपा का अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा? इसे लेकर लंबे समय से जारी असमंजश की स्थिति का पटापेक्ष होने वाला है। एमपी बीजेपी अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया अंतिम स्टेज पर है। इसके लिए पार्टी को ऐसे नेता की तलाश है, जो आरएसएस और बीजेपी विचारधारा को बेहतर तरीके से समझता हो। सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल स्थपित कर मिशन-2028 की तैयारियों को मूर्तरूप दे सके। 

इसलिए टली घोषणा 
भाजपा नेतृत्व ने संगठन चुनाव के लिए जो कार्यक्रम जारी किया था, उसके अनुसार तो 15 जनवरी 2025 तक नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाना चाहिए था, लेकिन समन्वय और सहमति न बन पाने से अध्यक्ष पद की घोषणा टल गई। शुरुआत में नरोत्तम मिश्रा, हेमंत खंडेलवाल, लाल सिंह आर्य, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुमेर सिंह सोलंकी का नाम सुर्खियों में था, लेकिन अब कुछ नए नामों पर विचार विमर्श किया जा रहा है। 

RSS की सहमति जरूरी 
भाजपा ने जिस तरीके से बूथ से लेकर जिला स्तर तक संगठन में हर वर्ग के लोगों को प्राथमिता दी है। उससे स्पष्ट है कि प्रदेश में भी सामाजिक समीकरण साधे जाएंगे। हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद, ऐसे व्यक्ति को ही सौंपा जाएगा, जो मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित पार्टी के सीनियर नेताओं से समन्वय बनाकर चल सके। संघ और जिला कमेटियों की सहमति भी जरूरी है। 

39 साल में 12 अध्यक्ष, 8 सवर्ण

  • मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 39 साल में 12 अध्यक्ष बनाए। इनमें से एक बार दलित, 3 बार ओबीसी और 8 बार सवर्ण नेतओं को मौका मिला। सबसे लंबा कार्यकाल (10 साल का) लक्खीराम अग्रवाल का रहा। जबकि, सबसे कम मौका (263  दिन) शिवराज सिंह को मिला।
  • मध्य प्रदेश भाजपा के पहले अध्यक्ष सुंदरलाल पटवा 1986 में बने थे। चार साल बाद 1990 में लक्खीराम अग्रवाल, 2000 में विक्रम वर्मा, फिर कैलाश जोशी, शिवराज सिंह चौहान, सत्य नारयाण जटिया, नरेंद्र सिंह तोमर, नंद कुमार चौहान, राकेश सिंह और वीडी शर्मा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बनाए गए। नरेंद्र सिंह तोमर और वीडी शर्मा को दोबारा मौका मिला। 

अध्यक्ष पद के लिए इन नेताओं पर विचार 

  • बीजेपी सूत्रों की मानें तो इस बार भी सामान्य वर्ग के ऐसे नेता की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी की जा सकती है, जो RSS की पृष्ठभूमि से आता हो और सभी को साथ लेकर चलने में काबिल हो।
  • सामान्य वर्ग से बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल, भोपाल सांसद अलोक शर्मा, नरोत्तम मिश्रा, बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल, अटेर के पूर्व विधायक अरविंद भदौरिया सहित अन्य नेताओं के नामों पर विचार किया जा रहा है। 
  • विकल्प के तौर पर आदिवासी और महिला नेत्री को भी मौका मिल सकता है। क्योंकि, इन वर्ग से अब तक एक भी अध्यक्ष नहीं बने।
  • आदिवासी चेहरे के तौर पर सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, सुमेर सिंह सोलंकी और गजेंद्र सिंह का नाम चर्चा में है। जबकि, महिला नेत्रियों में अर्चना चिटनिस, रीति पाठक और लता वानखेड़े के नाम पर भी विचार किया जा रहा है। 

एक सप्ताह दूसरी बार पहुंचे अमित शाह 
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को एक सप्ताह दूसरी बार मध्य प्रदेश दौरे पर पहुंचे। 17 अप्रैल को नीमच में सीआरपीएफ के कार्यक्रम में शामिल हुए। इससे पहले सहकारिकता सम्मेलन में शामिल होने भोपाल आए थे। अमित शाह ने इस दौरान मध्य प्रदेश के कई सीनियर नेताओं से चर्चा की है। भोपाल में मंत्री, विधायकों और सांसदों से भी संवाद किया था। इस दौरान नरोत्तम मिश्रा के साथ उनकी तस्वीरें खूब सुर्खियां बनी थीं। 

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