55 Excellence Colleges in MP: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को अफसरों की बैठक लेकर कॉलेज-यूनिवर्सिटी में रोजगारपरक कोर्स शुरू करने व स्टूडेंट्स को हरसंभव जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया। कहा, कॉलेज-विवि में विमानन, एआई व कृषि आधारित पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। साथ ही विद्यार्थियों को एक रुपए में परिवहन सेवा उपलब्ध होगी। इसके लिए जरूरी बजट का प्रावधान किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया, मप्र में एक्सीलेंस कॉलेज शुरू हो रहे हैं, जो अन्य राज्यों के लिए मॉडल शिक्षण केन्द्र बनेंगे। इसमें उच्च शिक्षा विभाग के साथ अन्य विभागों, जिला प्रशासन, विद्यार्थी व अभिभावकों की भूमिका अहम होगी। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, सीएमओ के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश में ड्रोन नीति बनाए जाने व उच्च शिक्षा, उद्योग, कृषि और अन्य विभागों में इनकी उपयोगिता पर जोर देते हुए इसके प्रशिक्षण के लिए रणनीति बनाई जाए। सीएम ने विमानन एवं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में युवाओं को दक्ष कर रोजगार के अवसर मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। 

सीएम ने बताया कि देश का पहला हेलीकॉप्टर पायलट ट्रेनिंग स्कूल खजुराहो में शुरू किया गया है। राज्य सरकार हर जिले की हवाई पट्टियों में इस तरह के पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोलेगी। साथ ही डिग्री और डिप्लोमा कोर्स शुरू की जाएगी। इससे रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। निवेश भी बढ़ेगा। 

जुलाई से शुरू होंगे एक्सीलेंस कॉलेज 
सीएम ने बताया कि सभी जिलों में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेन्स शुरू किए जा रहे हैं, इन्हें भारतीय ज्ञान परंपरा का केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हर जिले में 1-1 एक्सीलेन्स कॉलेज स्थापित करने की स्वीकृति दी है। इसके लिए चयनित कॉलेजों में अतिरिक्त पद स्वीकृत कर आवश्यक बजट दिया जाएगा। यह कॉलेज 1 जुलाई से शुरू होंगे।  

मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रमुख निर्देश

  • विद्यार्थियों को रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के लिए प्रेरित करें।
  • एक्सीलेंस कालेजों में कृषि सहित अन्य उपयोगी पाठ्यक्रम शुरू होंगे। विद्यार्थियों को इसकी व्यवस्थित जानकारी दी जाए।
  • प्रदेश के कॉलेज व विवि ऐसी छवि निर्मित करें कि अन्य राज्यों के बच्चे यहां पढ़ने आएं। ऐसा वातावरण निर्मित करें।
  • कॉलेज और विवि में शैक्षणिक गुणवत्ता को प्रोत्साहित किया जाए।
  • कॉलेज में आवश्यक अधोसंरचना विकास कार्य हों। नए पाठ्यक्रम व पर्यटन पाठ्यक्रम शुरू होंगे।
  • उच्च शिक्षा केन्द्र बहु-संकाय सुविधा से युक्त होने चाहिए।
  • अकादमिक सत्र 2024-25 में बीएससी एग्रीकल्चर सहित अन्य व्यावसायिक कोर्से शुरू कर स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करें। 
  • विमानन एवं अन्य पाठ्यक्रमों के लिए की गई व्यवस्थाओं से भी विद्यार्थियों को अवगत करवाया जाए।
  • कॉलेज आने-जाने के लिए परिवहन व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए।