MP News: मध्य प्रदेश के सतना जिले से सरकारी स्कूलों की शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। यहां सरकारी स्कूल के बच्चों से धान का रोपा लगवाया जा रहा है। बच्चों ने बताया कि प्रधानाध्यापक के कहने पर वह रोपा लगाने के लिए गए थे। खेत में धन रोपने का यह बच्चों का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया खूब वायरल हो रही हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के अफसर मामले से आनजान हैं।
प्रधानाध्यापक ने कराई छात्रों से बाल मजदूरी
बता दें, बच्चों से बाल मजदूरी करवाने का वीडियो शनिवार का है। बच्चों ने बताया कि फीफिर प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक रामनरेश साकेत ने स्कूल से खेत में रोपा लगाने भेजा। स्कूल से 13 बच्चे प्रधानाध्यापक के खेत में रोप लगाने पहुंचे। प्रधानाध्यापक ने 150 रुपया मजदूरी दी। संकुल केंद्र, सिजहटा के अंतर्गत आने वाला फीफिर प्राथमिक स्कूल में 42 बच्चों के बीच में दो शिक्षक हैं।
छात्र बोले- सर ने स्कूल से भेजा था खेत
छात्रों ने बताया कि शनिवार को हम स्कूल पढ़ने गए थे। इसी बीच प्रधानाध्यापक रामनरेश साकेत क्लास में दाखिल हुए। उन्होंने कहा, मेरी मदद करा दो, मैं पैसे दूंगा। शिक्षिक के कहने पर छात्र खेत पर रोपा लगाने चले गए। दिनभर खेत पर रोपा लगाने के बाद उन्हें 150 रुपया मजदूरी दी।
DEO बोले-मुझे जानकारी नहीं
बच्चों द्वारा खेत पर रोपा लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इस मामले की जानकारी जब हरिभूमि डिजिटल ने जिला शिक्षा अधिकारी सतना नीरव दीक्षित से चाही तो उन्होने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है। इस गंभीर मामले में अधिकारी अनजान हैं।