- Last Updated: 27 Feb 2024, 12:30 PM IST
- Written by: S L Kushwaha
इंदौर में MP पटवारी भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े के खिलाफ प्रदर्शन करते अभ्यर्थी।
MP PATWARI EXAM: मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती फर्जीवाड़े को लेकर जारी विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। जांच कमेटी से क्लीनचिट मिलने के बाद सरकार ने निुयक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी, लेकिन अभ्यर्थी मानने को तैयार नहीं हैं। सोमवार को जिला मुख्यालयों में कैंडिल मार्च कर पटवारी भर्ती परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग की है। बुधार, 28 फरवरी को राजधानी भोपाल में महाआंदोलन की तैयारी है। इसमें छात्रों की ओर व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। पुलिस-प्रशासन अलर्ट है।
पटवरी भर्ती परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए अभर्ग्थियों ने गत सप्ताह इंदौर में बड़ा आंदोलन किया था। अब भोपाल में तैयारी है। 28 फरवरी को प्रदेशभर के अभ्यर्थियों को भोपाल पहुंचने को कहा गया है। पिछले दिनों इंदौर के डीडीए पार्क में बैठक हुई थी। सोमवार शाम हर प्रत्येक जिले में कैंडल मार्च निकाली गई।
पटवारी भर्ती में हुआ 40 से 50 प्रतिशत फर्जीवाड़ा
नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य रंजीत किसानवंशी ने कहा, सरकार मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने की बजाय फर्जीवाडा करने वालों को संरक्षण दे रही है। जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जा रही है। अब नियुक्तियों में जल्दबाजी की जा रही है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इसके बावजूद नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। किशन ने बताया कि मप्र में नकल माफिया सक्रिय है। जो हर परीक्षा में पिछले दरवाजे से अभ्यर्थियों को पास करान का काम करता है। पटवारी भर्ती में 40 से 50 प्रतिशत फर्जीवाड़ा हुआ है। शिक्षा के माफिया पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा।