MP Politics: राहुल गांधी को सिंधिया का करारा जवाब, कहा-कुछ बोलने से पहले इतिहास पढ़ें कांग्रेस नेता

MP Politics: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार (27 जनवरी) को राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है। कहा, सत्ता की भूख में वह इतिहास भूल गए हैं।;

Update: 2025-01-27 16:22 GMT
Jyotiraditya Scindia
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MP Politics: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है। कहा, सत्ता और कुर्सी की भूख में राहुल गांधी इतिहास भूल गए हैं। उन्हें एक बार फिर इतिहास पढ़ना चाहिए। सिंधिया ने का, भारत में समानता और समावेशी विकास की नींव सालों पहले राजपरिवारों ने ही रखी थी। 

संकीर्ण सोच और समझ
दरअसल, राहुल गांधी सोमवार (27 जनवरी) को इंदौर के महू में रैली को संबोधित करते हुए राजा महाराजाओं पर शोषण का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने X पर राहुल गांधी का वीडियो शेयर कर लिखा कि राहुल गांधी संविधान को अपनी 'पॉकेट डायरी समझते हैं। आजादी से पूर्व भारत के राजपरिवारों की भूमिका पर दिया गया बयान उनकी संकीर्ण सोच और समझ को दर्शाता है। 

बयानबाजी से पहले इतिहास पढ़ें राहुल 
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी को बयानबाजी से पहले इतिहास पढ़ने की सलाह दी है। कहा, कांग्रेस तानाशाही विचारधारा को जन्म देने वाली थी। कांग्रेस ने दलित-वंचितों और पिछड़े वर्ग के अधिकारों पर कुठाराघात करने का काम किया है। 

सिंधिया ने गिनाई उपलब्धियां 

  • ज्याेतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि बड़ौदा महाराज सयाजीराव गायकवाड़ ने संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को शिक्षा प्राप्त करने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई थी। 
  • छत्रपति साहूजी महाराज ने 1902 में पहली बार देश के बहुजनों को अपनी शासन व्यवस्था में 50 प्रतिशत आरक्षण देकर सामाजिक न्याय की बुनियाद रखी थी। 
  • ग्वालियर के माधव महाराज प्रथम ने पूरे ग्वालियर-चंबल में शिक्षा और रोजगार के केंद्र खुलवाए। इससे पिछड़े वर्गों के लोग शैक्षणिक रूप से सशक्त हुए हैं। 

यह भी पढ़ें: राहुल गांधी का केंद्र पर हमला; कहा-अडानी-अंबानी को फायदा, गरीबों को नुकसान पहुंचा रही सरकार

राहुल गांधी ने क्या कहा? 
राहुल गांधी ने कहा, सोमवार को इंदौर के महू में जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित किया। कहा, आजादी से पहले गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासियों के पास कोई अधिकारी नहीं थे। सारे अधिकार राजा महाराजाओं के पास थे। आजादी के बाद इस संविधान ने आपको जमीन और अधिकार दिए, लेकिन भाजपा सरकार इसे छीनना चाहती है। 

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