Student protest BJP Office Bhopal: भोपाल में भाजपा कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने बताया कि शिक्षक चयन परीक्षा पास करने के बाद भी नियुक्ति नहीं दी जा रही है।
Student protest BJP Office Bhopal
- Published: 12 Mar 2024, 02:54 PM IST
- Last Updated: 12 Mar 2024, 02:59 PM IST
Student protest BJP Office Bhopal: मध्य प्रदेश के चयनित शिक्षक मंगलवार को अपनी नियुक्ति और पद बढ़ाए जाने की मांग को लेकर भाजपा कार्यालय का घेराव किया। प्रदेशभर से सैकड़ों की संख्या में आए इन अभ्यर्थियों ने भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय के बार धरना प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की। कहा, प्रदेश में शिक्षकों के 35000 पद खाली हैं। दो परीक्षाएं पास करने वाले योग्य उम्मीदवार भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, इसके बावजूद पद नहीं भरे जा रहे।
भोपाल में बीजेपी दफ्तर के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने बताया कि सभी लोग मप्र कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित शिक्षक चयन परीक्षा वर्ग-1 की परीक्षा पास कर ली है। इसके बादवजूद उन्हें बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ रहा है। प्राइवेट स्कूलों में आर्थिक और मानसिक मौर पर शोषण होता है।
प्रदर्शनकारी युवाओं की प्रमुख मांगें
- नवनियुक्त कर्मचारियों को 100 प्रतिशत सैलरी दी जाए।
- केंद्र सरकार की तर्ज पर मध्यप्रदेश में 50 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जाए।
- स्कूलों में पढ़ाने से इतर शिक्षकों अन्य ड्यूटी लगाने की परंपरा बंद की जाए।
- ग्रीष्मकालीन अवकाश में लगातार होने वाली कटौती बंद हो।
दिग्विजय सिंह ने सीएम को लिखा पत्र
चयनित शिक्षकों की मांग को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जायज बताते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखा है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2018 के बाद यानी पांच साल के लंबे इंतजार के बाद 2023 में तकरीनब 8 हजार पदों के लिए परीक्षा ली गई थी, लेकिन इस परीक्षा में शामिल होने वाले 15 हजार से अधिक अभ्यर्थी अब भी नौकरी के लिए परेशान हैं। जबकि, प्रदेश में 35 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। दिग्विजय सिंह ने परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों की नियुक्ति करने का सुझाव दिया है।