MP Weather Update: मध्यप्रदेश में प्री-मानसून एक्टिविटी जारी है। बुधवार को भोपाल सहित कुछ शहरों में हल्की बारिश व आंधी चली है। गुरुवार को जबलपुर, छिंदवाड़ा सहित 13 जिलों में तेज बारिश का अनुमान है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से आगे भी ऐसा ही मौसम रहेगा।

हल्की बारिश के साथ आकाशीय बिजली की कई घटनाएं सामने आई हैं। मौसम विभाग ने एडवाइजरी भी जारी की है। भोपाल के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने कहा, आसमान में गहरे काले बादल हों तो सुरक्षित स्थान पर जाएं। न पेड़ के नीचे खड़े न हों और न ही समूह में बैठें। 

ग्वालियर में 43 डिग्री रहा 
मध्यप्रदेश में बुधवार को सर्वाधिक 43 डिग्री तापमान ग्वालियर में दर्ज किया गया। इसके अलावा शिवपुरी, शहडोल, रीवा, चित्रकूट, कटनी, पृथ्वीपुर, नरसिंहपुर, राजगढ़ और सीधी भी सर्वाधिक गर्म रहे।

बुधवार को यहां सर्वाधिक तापमान 

शहर  अधिकतम तापमान 
शिवपुरी 41.2 डिग्री 
शहडोल  40.6 डिग्री
रीवा 39.4 डिग्री
चित्रकूट  39.3 डिग्री
कटनी  39.3 डिग्री
पृथ्वीपुर 39.2 डिग्री
नरसिंहपुर 39 डिग्री
राजगढ़  38.9 डिग्री 
सीधी 38.8 डिग्री 

बुधवार को यहां सबसे कम तापमान 

पचमढ़ी 29 डिग्री 
सिवनी 30.6 डिग्री
छिंदवाड़ा 32.5 डिग्री
बैतूल  32.7 डिग्री 

गुरुवार को कहां कैसा रहेगा मौसम 

  • गुरुवार को सागर, छतरपुर, दमोह, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, उमरिया छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, बालाघाट में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
  • शहडोल, सिंगरौली, अनूपपुर, सिवनी, सीहोर, भोपाल, रायसेन, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, सीधी, सिंगरौली, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर में गरज-चमक के साथ आंधी चलने का अनुमान है।  

किसान 23 जून तक तैयार करें धान की नर्सरी 
कृषि वैज्ञानिकों ने बताया, मानसून आने के बाद जून के आखिरी और जुलाई के दूसरे सप्ताह तक बोवनी के लिए बेहतर समय है। 4 इंच बारिश होने के बाद बोवनी की जा सकती है। सिंचाई की सुविधा है तो 23 जून तक धान की नर्सरी तैयार कर लें। कपास सोयाबीन की बोवनी खेत में पर्याप्‍त नमी होने पर ही करें। अरहर के लिए खेत तैयार कर लें। जिन किसानों के पास सिंचाई सुविधा है, वह हरी खाद के लिए मक्का या ढैंचा की बोवनी कर लें।