भोपाल। चुनौतियां जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमारे पास सिर्फ एक ही जीवन है, हमें यह देखना है कि हमें इन चुनौतियों को किस प्रकार से सामना करना है। जीवन के ऐसे कौन से महत्वपूर्ण सिद्धांतो से हम इन चैलेंज को दूर कर सकते हैं। इल्यूमिनेटिंग शैडोज: अनवीलिंग लाइफ अनएक्सपेक्टेड लेसन फॉर सक्सेस पुस्तक में मैंने इन्हीं चुनौतियों को बताया है।

यह कहना है मिसेज इंडिया ग्लोब, मिसेज एशिया पैसिफिक 2004 स्मिता गुप्ता अग्रवाल का। क्लब लिटरेटी की ओर से भोजपुर क्लब में स्मिता गुप्ता अग्रवाल की पुस्तक इल्यूमिनेटिंग शैडोज : अनवीलिंग लाइफ अनएक्सपेक्टेड लेसन फॉर सक्सेस का विमोचन शुक्रवार की शाम किया गया, जिसमें मॉडरेटर के रूप में सीमा रायजादा मौजूद थी। इस विमोचन के अवसर पर स्मिता गुप्ता ने अपनी जीवन के अनेकों पहलुओं पर प्रकाश डाला।

अपनी चुनौतियों को पहचानो, उन्हें उजागर करो 
उन्होंने कहा कि इस पुस्तक के जरिए मैं बस यही कहना चाहूंगी कि इल्यूमिनेट लाइटिंग अप द चैलेंज यानी अपने चुनौतियों को पहचानो, उन्हें उजागर करो क्योंकि यही आपके जीवन की वास्तविकता है या जीवन का वास्तविक आभूषण है और हमें इन्हें हर एक स्थिति में फेस करना ही है। इस धरती पर प्रत्येक व्यक्ति एक यूनिक पर्सनालिटी लेकर आया है और आपकी इच्छा शक्ति इन चुनौतियों से निपटारा दिलाने में मदद करेगी।

डीएमएल तकनीक का किया प्रयोग 
स्मिता ने कहा कि मैं इसमें डीएमएल तकनीक का प्रयोग किया है। डी का मतलब है डाटा, एम का मतलब है माइंड और एल का मतलब है लेंस। डाटा मतलब जो आप अपने दिमाग में चीज रखते हो फिर वह आपके पास्ट एक्सपीरियंस है या फिर जो आप प्रेजेंट में देख रहे हो, माइंड एक प्रकार का फंक्शनिंग बॉडी है जो इस डाटा को प्रोसेस करती है। वही लेंस का मतलब है दृष्टि, यह दृष्टि जीवन को देखने की हो सकती है और परिस्थितियों के प्रति आपका नजरिया होता है।