भोपाल, मधुरिमा राजपाल
भगवान राम की महिमा, हनुमान जी के बल को जब मुस्लिम देश इंडोनेशिया के कलाकारों ने मंच पर उतारा तो पूरा ऑडिटोरियम भक्तिमय हो गया। वहीं इंडोनेशिया से आई फीमेल आर्टिस्ट श्री गामात्री ने जब राम की भूमिका निभाई तो दर्शकों ने दांतों तले उंगलियां दबा ली। वहीं लक्ष्मण की भूमिका में उनका साथ दिया निक त्रिकावती ने। दोनों फीमेल आर्टिस्ट के उम्दा अभिनय ने दर्शकों को भावि विभोर कर दिया। रविंंद्र भवन के मुक्ताकाश मंच पर मंचित इस रामायण प्रस्तुति में विश्वामित्र आगमन, ताड़का वध और अहल्या उद्धार के दृश्यों को उम्दा अभिनय से प्रस्तुत किया।

श्री राम के देश में आकर लगा बहुत अच्छा
वहीं राम बनीं श्री गामात्री ने कहा कि इंडोनेशिया के जावा द्वीप के काकविन रामायण और बाली द्वीप के रामायण प्रमुख हैं और हमारी कला में दक्षिण भारत का प्रभाव दिखता है। उन्होंने कहा कि यहां आकर बहुत अच्छा लगा। यह श्रीराम का देश है। मुझे बताया गया कि रामकथा में वर्णित चित्रकूट का स्थान यहीं मध्यप्रदेश में है।

इंडोनेशिया के कलाकारों की रामायण प्रस्तुति।

1 घंटा में हनुमान दूत के रूप में कथा को किया प्रस्तुत
दूसरे दिन इंडोनेशिया के कलाकारों द्वारा श्री राम कथा प्रस्तुति दी गई। कलाकारों ने रामायण नृत्य नाटिका – बैले में हनुमान दूत के रूप में कथा को प्रस्तुत किया। इस एक घंटे की प्रस्तुति में 9 कलाकारों ने अभिनय एवं 6 कलाकारों ने संगीत में सहभागिता की। प्रस्तुति की शुरुआत वाद्य संगीत से की गई इसके बाद स्वागत नृत्य और फिर श्री राम कथा की प्रस्तुति दी। सेंड्रातारी मूलतः एक नृत्य-नाट्य है जिसमें कोई संवाद नहीं होता। यह नृत्य शैली सबसे पहले जावा में बनाई गई थी और बाद में यह इंडोनेशिया के कई स्थानों पर की जाती है।