Nuclear power Plant in MP: मध्य प्रदेश के 4 शहरों में न्यूक्लियर पॉवर प्लांट लगाए जाएंगे। न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) से मंजूरी मिल गई है। न्यूक्लियर पॉवर प्लांट के लिए नीमच जिले के बासी, देवास के बावड़ीखेड़ा, सिवनी के किंडराई और शिवपुरी के खाकरोन का चयन किया गया है।
न्यूक्लियर पॉवर प्लांट इन जिलों का चयन
- नीमच: नीमच से 65 किमी दूर बासी गांव में न्यूक्लियर पॉवर प्लांट को मंजूरी मिली है। यहां गांधी सागर डैम की दूरी महज 5 किमी दूर है। पांच किमी तक बड़ी आबादी वाला कस्बा नहीं है। जबकि, यहां ठोस पत्थर (सेंड स्टोन) उपलब्ध है।
- देवास: देवास जिले के बावड़ीखेड़ा गांव में भी न्यूक्लियर पॉवर प्लांट मंजूरी मिली है। यहां से ओंकारेश्वर 27 किमी और इंदिरा सागर बांध 24 किमी दूर है। 5 किमी के एरिए में बड़ी जनसंख्या वाला कोई कस्बा नहीं है। सेंड स्टोन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
- सिवनी: सिवनी जिले में किंडराई गांव में न्यूक्लियर पॉवर प्लांट को मंजूरी मिली है। घंसौर से यह 15 किमी और बरगी डैम 2 किमी दूर है। 5 किमी के रेंज में बड़ी जनसंख्या वाला को कस्बा नहीं है। यहां बेसाल्ट रॉक (ठोस पत्थर ) मौजूद है।
- शिवपुरी: शिवपुरी जिले के खाकरोन में भी न्यूक्लियर पॉवर प्लांट लगाया जाना है। मुंगावली शहर से यह 23 किमी और राजघाट रिजर्व वायर से 4.5 किमी दूर है। 5 किमी के दायरे में बड़ी आबादी वाला कस्बा नहीं है। सेंड स्टोन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
कलेक्टरों को सौंपी यह जिम्मेदारी
एनटीपीसी ने मप्र के मुख्य सचिव अनुराग जैन को प्रस्तावित प्रोजेक्ट की जानकारी दी है। महाप्रबंधक एपी सामल को समन्वय का जिम्मा सौंपा है। सीएस ने संबंधित जिलों के कलेक्टरों को पत्र जारी कर सर्वे में सहयोग करने के निर्देश दिए हैं।
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विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़ेगी
अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने बताया, इनसे मप्र की विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। 4 प्रोजेक्ट में कुल 6 यूनिट प्रस्तावित हैं। इनमें से दो 1200 मेगावॉट की होंगी। 2000 एकड़ तक जमीन चाहिए होगा।