Rewa News: नागपंचमी की पूजा करने सेप्टिक टैंक में उतरीं तीन सगी बहनों की दर्दनाक मौत हो गई। एक ही परिवार में तीन बच्चियों की मौत से घर में चीख-पुकार मच गई। गांव में मातम पसर गया। घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची। ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकला और पोस्टमार्टम कराया। दिल दहला देने वाली घटना रीवा के तमरा गांव की है।
जानें कैसे हुआ हादसा
तमरा गांव में नागपंचमी पर कपड़े की गुड़िया बनाकर पूजा करने और पानी में विसर्जित करने की परंपरा है। गांव के ही राजकुमार रजक की तीन बेटियां सोनाली (9), तन्वी (7) और जाह्नवी (6) भी खेल-खेल में कपड़े की गुड़िया लेकर पानी से भरे ट्रैंक में उतरीं। गुड़िया विसर्जित करने के दौरान तीनों गहराई में चली गईं। डूबने से उनकी मौत हो गई।
बिना बताए चली गई थीं तीनों बहनें
जानकारी के मुताबिक, राजकुमार की 6 बेटियां हैं। सोनाली चौथी कक्षा में पढ़ती थी। जबकि तन्वी और जाह्नवी दूसरी और तीसरी कक्षा में पढ़ती थी। हम हर साल नागपंचमी पर सभी बहनें गुड़िया पानी में बहाने दादी के साथ जाती हैं। इस बार तीन बहनें घर में किसी को बिना बताए चली गईं। तीनों की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया है।
ऐसे चला पता
गांव के महेश कुमार बुनकर ने बताया कि जब घरवालों ने बच्चियों को आसपास नहीं देखा, तो सभी मिलर उनकी तलाश में जुट गए। टैंक के पास पहुंचने पर उन्हें किनारे पर पुतलियां, चुनरी और पूजा का सामान नजर। महेश ने तुरंत पानी में छलांग लगाई। गहराई में जाने पर एक बच्ची के बाल उसके हाथ में आए, जिसे पकड़कर बाहर निकाला। दूसरी बार पानी में जाने पर उसे एक और बच्ची का फ्रॉक मिला, उसे भी खींचकर बाहर निकाला। थोड़ी देर बाद तीसरी बच्ची भी मिल गई। हालांकि, तब तक तीनों बच्चियों की मौत हो चुकी थी।