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Bhopal Express: भोपाल की शान कही जाने वाले भोपाल एक्स्प्रेस में इन दिनों यात्री कॉकरोच से परेशान हो गए हैं। पश्चिम मध्य रेलवे का भोपाल मंडल पेस्ट कंट्रोल के लिए 19 करोड़ रुपए खर्च करता है।

भोपाल (कपिल देव श्रीवास्तव): हजरत निजामुद्दीन से भोपाल आ रही भोपाल एक्सप्रेस ट्रेन के बी-1 कोच में कॉकरोच के कारण यात्री परेशान होते रहे। यात्रियों ने रेलवे अफसरों को परेशानी बताई, तो उन्होंने समस्या हल करने के बजाय इससे पल्ला झाड़ लिया। कॉकरोच से परेशान यात्रियों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को आधी रात में संदेश भेजकर इसकी शिकायत की। 

उल्लेखनीय है कि कुछ माह पहले इस ट्रेन में चूहों के घूमने से यात्री परेशान थे। कई बार यात्रियों के लगेज बैग भी काट चुके थे। जिसको लेकर कई बार यात्रियों ने शिकायत की थी। वहीं अब कॉकरोच को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं।  

रेलमंत्री को टैग कर बताई समस्या 
आशीष कुमार यादव ने बताया कि भोपाल एक्सप्रेस के बी-1 कोच में सफर कर रहे थे। दिल्ली से ट्रेन के रवाना होने करीब एक घंटे के बाद कोच की सीट के ऊपर-नीचे हर तरफ कॉकरोच थे। यात्रियों ने पहले ट्रेन के टीटीई स्टाफ को परेशानी बताई तो उन्होंने दिखवाने की बात कही, लेकिन ट्रेन के आगरा तक पहुंचने पर समस्या का समाधान नहीं किया गया। जिसके बाद रेल मंत्री और रेलवे सेवा पर समस्या को लेकर टैग किया।

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इसके बाद रेलवे सेवा ने तुरंत ही शिकायत पर रिप्लाई करते हुए लिखा- प्लीज अपना मोबाइल नंबर डीएम करें ताकि तुरंत कार्रवाई की जा सके। आप रेल मदद या 139 पर डायल कर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके बाद डीआरएम भोपाल के एक्स अकाउंट से यात्री को मैसेज कर शिकायत को संबंधित अधिकारी को फॉरवर्ड करने की बात कहीं।

बड़ा सवाल कहां खर्च हो रहे 19 करोड़?  
सूत्रों के अनुसार, भोपाल रेल मंडल में 103 एसी कोचों पर चूहों और कॉकरोच की समस्यां दूर करने के लिए पेस्ट कंट्रोल के लिए 19 करोड़ 82 लाख रुपए से ज्यादा खर्च हो रहे हैं। यानी हर कोच पर 19.25 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। इसके बावजूद चूहों और कॉकरोच से यात्री परेशान हैं। सालभर में भोपाल एक्सप्रेस सहित तीन ट्रेनों में इसकी रजिस्टर्ड शिकायतें भले ही आधा से एक दर्जन ही हैं, लेकिन मौखिक शिकायतें सैकड़ों हैं। अधिकतर लोग इसकी शिकायत दर्ज नहीं कराते। ज्यादा दिक्कत उन ट्रेनों में है जिनमें पेंट्री कार होती है।

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शान-ए-भोपाल में शान से घूमते मिले थे चूहे
सूत्रों के अनुसार, करीब 8 माह पहले चूहों की मौखिक शिकायतें बढ़ने पर भोपाल रेल मंडल की ट्रेनों की पड़ताल की गई। यहां से चलने वाली प्राइम ट्रेन शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस में ही बड़ी संख्या में चूहों का आतंक पाया गया था। एसी कोचों में रात को इनकी धमाचौकड़ी से यात्री खासे परेशान हुए थे। यात्रियों ने अपनी शिकायत में कहा था कि ट्रेन के एसी कोचों की छत में चूहे घुस जाते हैं। खासतौर पर अंधेरा होने पर एसी कोच में यात्रियों की बर्थ तक पहुंच जाते हैं। कई बार तो यात्रियों के कपड़े तक कुतर चुके हैं।

इनका कहना है
कॉकरोच संबंधी कोई भी शिकायत यात्रियों से नहीं मिली है। इस तरह की शिकायत है तो जांच की जाएगी। वहीं, नियमित ट्रेनों की साफ-सफाई और अच्छा मेंटेनेंस किया जा रहा है। यात्रियों को इस तरह की असुविधा ने हो, इसका ध्यान रखेंगे। यात्रियों को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।
नवल अग्रवाल, एसीएम और पीआरओ भोपाल मंडल

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