Prices Of Spices: बारिश के मौसम में मध्य प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों में हरी सब्जी जहां महंगी बिक रही है तो दालों में भाव के साथ अब भोजन में प्रयोग किए जाने वाले मसालों के रेट भी ऊंचे हो रहे हैं। जिससे आम लोगों के किचन का बजट भी बिगड़ने लगा है। मसाला विक्रेताओं का इस पर मानना है कि आने वाले समय में मसाला आयटम हल्दी, जीरा, धनिया और लालमिर्ची के दाम में तेजी का तड़का लगेगा।
फुटकर भाव 15 से 20 फीसदी तक ऊंचे
एमपी की राजधानी भोपाल के स्थानीय मसाला कारोबारी अनिल कुकरेजा के अनुसार फिलहाल जीरा, धनिया, हल्दी और लालमिर्ची के दाम स्थिर है। स्थानीय थोक बाजार में जीरा 300 से 320 रुपए किलो, धनिया 90 से 100 रुपए, लालमिर्ची 150 से 200 रुपए और हल्दी के भाव 150 से 200 रुपए किलो है। जबकि फुटकर में भाव 15 से 20 फीसदी तक ऊंचे हैं।
हल्दी की पैदावार कम
मसाला कारोबारी के अनुसार इस बार हल्दी की पैदावार कम होने के चलते आने वाले दिनों में इसके दाम में इजाफा हो सकता है। कारोबारी के अनुसार पिछले साल थोक मार्केट में हल्दी की कीमत करीब 80 रुपए प्रति किलो थी, लेकिन इस समय इसकी कीमत थोक बाजार में 150 से 200 रुपए तक पहुंच गई है। इन दिनों जीरे का रेट भी बढ़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में ही जीरा के रेट में 20 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई।
अरहर दाल सवा दो सौ रुपए में
कारोबारियों का कहना है कि हर साल जुलाई और अगस्त में चने के रेट बढ़ते हैं। दरअसल चने की फसल हर साल मार्च और अप्रैल में कटती है। उस समय नई फसल आने से शुरुआत में इसका भाव कम होता है, लेकिन बाद में धीरे-धीरे यह चढने लगता है। भोपाल के स्थानीय थोक बाजार में चना दाल क्वालिटी अनुसार 80 से 90 रुपए किलो है तो अरहर की दाल की कीमत क्वालिटी अनुसार 180 से 200 रुपए प्रति किलो है। अच्छे किस्म की अरहर दाल सवा दो सौ रुपए किलो बिक रही है।