PM Modi in Jabalpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 मार्च रविवार को मध्यप्रदेश में प्रचार अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। जबलपुर में वह करीब एक घंटे मेगा रोड-शो करेंगे। पीएम के दौरे के लिए जबलपुर में व्यापक तैयारियां की गई हैं। जबलपुर से वह विंध्य महाकौशल और बुंदलेखंड की कई सीटें साधने की कोशिश करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम 6 बजे जबलपुर पहुंचेंगे। रोड-शो कटंगा से शुरू होगा और छोटी लाइन तक चलेगा। दोपहर बाद रोड-शो के रूट पर वाहनों की एंट्री बंद कर दी जाएगी। PM की सुरक्षा में 5 जवान तैनात किए गए हैं।
बीजेपी ने रोड-शो में 50 हजार लोगों को जुटाने का दावा किया है। इसके लिए घर-घर पीले चावल देकर न्योता गया है। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी कई सीनियर नेता जबलपुर में डेरा जमाए हुए हैं। मंत्री राकेश सिंह भी तीन दिन से जबलपुर में ही हैं। शुक्रवार को सीएम मोहन याादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कटंगा से छोटी लाइन तक पैदल निरीक्षण किया था।
प्रधानमंत्री मोदी का रोड-शो पहले बड़ा फुहारा से मिलोनीगंज तक प्रस्तावित था, लेकिन सड़क संकरी होने के कारण एसपीजी ने इस मार्ग पर मंजूरी नहीं दी। जिसके बाद कटंगा से छोटी लाइन का रूट रोड-शो के लिए फाइनल किया गया।
जबलपुर भाजपा का मजबूत गढ़
जबलपुर लोकसभा सीट भाजपा का मजबूत गढ़ है। पिछले 20 साल से पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह यहां से सांसद रहे। इसके पहले जयश्री बैनर्जी, और बाबूराव परांजपे चार टर्म सांसद रहे। कांग्रेस अंतिम बार 1991 में यह सीट जीती थी। तब श्रवण भाई पटेल यहां से सांसद बने थे। इनके पहले कांग्रेस से अजय मुशराम, मुंदर शर्मा, और गोविंद दास जैसे नेता सांसद रहे। 1977 में दिवंगत समाजवादी नेता शरद यादव भी जबलपुर से सांसद निर्वाचित हुए थे।
2019 में मिले थे 65% से अधिक वोट
जबलपुर लोकसभा सीट में कांग्रेस लगातार अपने प्रत्याशी बदलती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। पिछले दो चुनाव सीनियर नेता विवेक कृष्ण तन्खा ने लड़े, लेकिन उन्हें बुरी हार का सामना करना पड़ा। 2019 के चुनाव में राकेश सिंह को 65 फीसदी से अधिक वोट मिले थे। इसके पहले 1999 में जयश्री बैनर्जी ने 56.88 फीसदी वोट लेकर कांग्रेस को चंद्रमोहन को करीब सवा लाख वोटों से हराया था।
2024 में दोनोें प्रमुख दलों ने दिए नए चेहरे
- जबलपुर लोकसभा सीट में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने इस बार नए चेहरे उतारे हैं। भाजपा ने यहां से आशीष दुबे और कांग्रेस ने दिनेश यादव को प्रत्याशी बनाया है। आशीष दुबे 1990 से राजनीति में हैं। 2000 में युवा मोर्चा के जिला मंत्री और 2007 में जिलाध्यक्ष बनाए गए। 2016 में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और 2021 में प्रदेश मंत्री नियुक्त किए गए। अशीष का यह पहला चुनाव है।
- कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश यादव 1984 से राजनीति में हैं। NSUI जिला उपाध्यक्ष रहे। 1994 में पहली बार पार्षद निर्वाचित हुए। 2004 में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चुने गए। 2009 में महापौर का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 2010 से 2022 तक कांग्रेस नगर अध्यक्ष रहे हैं।