Prashant Bhushan Bhopal PC: सुप्रीम कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता प्रशांत भूषण शनिवार को भोपाल पहुंचे। गांधी भवन में प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा, बीजेपी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए जिन कंपनियों से करोड़ों रुपए चंदा लिया है, वह किसी न किसी करप्शन में शामिल हैं। इतना नहीं चंदा देने वाली कुछ दवा कंपनियों को धातक दवाएं बेचने की छूट दे दी गई।
प्रशांत भूषण के PC की मुख्य बातें
- अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने देश की वर्तमान व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा, करप्शन में शामिल इन कंपनियों को सरकार क्लीनचिट दे सकती है, मैंने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। अगले हफ्ते सुनवाई है।
- अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने इस मामले में कोर्ट से एसआईटी गठित कर जांच कराने की मांग की है। कहा, एसआईटी में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज, सीबीआई और ईडी के रिटायर्ड अफसरों को शामिल करने का अनुरोध किया है।
- प्रशांत भूषण ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जो डेटा बाहर आया है, उससे स्पष्ट है कि जिन कंपनियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदा है, उन पर या तो कार्रवाई हुई है या फिर वह करप्शन में शामिल थीं।
- प्रशांत भूषण ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली अहमदाबाद की जायडस कैडिला सहित 20 से अधिक कंपनियों को घातक दवा बेचने दिया गया। क्योंकि इन कंपनियों ने बीजेपी को चंदा दिया है। गुजरात की एक कंपनी द्वारा खतरनाक दवा बनाने की रिपोर्ट सार्वजिनक होने भी कार्रवाई नहीं की गई है।