Pune Porsche accident: पुणे के एक बिल्डर के नाबालिग बेटे ने तेज रफ्तार पोर्शे कार से MP के दो इंजीनियरों को कुचलकर मार डाला। 18 मई को पुणे के कल्याणी नगर में हुए भीषण एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले जबलपुर और उमरिया के इंजीनियर का मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। इधर, पुणे हिट एंड रन केस में पुलिस ने नाबालिग के पिता और बिल्डर विशाल अग्रवाल को संभाजीनगर से गिरफ्तार किया है। जिस बार में नाबालिग ने शराब पी थी, उसके ओनर और मैनेजर को भी अरेस्ट किया है।
हादसे पर निबंध लिखने की सजा सुनाते हुए दी जमानत
18 मई की रात 2.15 बजे जबलपुर की अश्विनी और उमरिया के अनीश रेस्टोरेंट से निकलकर बाइक से जा रहे थे। कल्याणी नगर के पास पुणे के बिल्डर के नाबालिग बेटे ने तेज रफ्तार पोर्शे कार दौड़ाते हुए दोनों को कुचल दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। कोर्ट (किशोर न्याय बोर्ड) ने नाबालिग को घटना के 15 घंटे के अंदर ही जमानत दे दी। पुणे के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग को हादसे पर निबंध लिखने की सजा सुनाते हुए जमानत दे दी।
दो साल से पुणे में थी आश्विनी
अश्विनी की फैमिली जबलपुर के साकार हिल्स में रहती है। परिवार में सबसे छोटी होने की वजह से वे सबकी लाड़ली थी। घरवाले उसे आशी कहकर बुलाते थे। बड़े भाई सम्प्रित बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पिता सुरेश कोष्टा जबलपुर में बिजली विभाग में कार्यालय सहायक हैं। अश्विनी 2 साल से पुणे में थीं। इससे पहले अमेजन कंपनी में थी। 14 जनवरी को बथर्ड सेलिब्रेड करने जबलपुर आई थी।
बिरसिंहपुर का रहने वाला था अनीश
अनीश उमरिया के बिरसिंहपुर पाली के रहने वाले थे। अनीश एक माह पहले घर आया था। कंपनी से फोन आने के बाद वापस पुणे चला गया था। अनीश ने ग्रेजुएशन पुणे से किया और यहीं जॉब लग गई। अनीश के छोटे भाई देवेश अवधिया ने भाई को मुखाग्नि दी। देवेश भाई के साथ पुणे में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
पब से पार्टी कर लौट रहा था बिल्डर का बेटा
पुणे में बिल्डर का 17 साल 8 महीने का बेटा 12वीं पास होने की खुशी में दोस्तों के साथ पब से पार्टी करने गया था। पार्टी करने के बाद बिल्डर का नाबालिग बेटा कार चलाकर घर लौट रहा था। कार 200 की स्पीड में थी। कार की टक्कर से अश्विनी हवा में कई फीट उछलकर जमीन पर गिरी थी। अनीश पास खड़ी दूसरी कार में जा टकराए थे। लोगों ने कार सवार लड़कों को पकड़ा तो सभी नशे में थे। एक लड़का भाग गया था। पुलिस के मुताबिक, कार पर नंबर प्लेट नहीं थी। टक्कर के कारण कार के एयरबैग खुल गए थे।