Bhopal Radheshyam Sen suicide case: सोम डिस्टलरी के संचालकों पर धोखाधड़ी और वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए उनके बिजनेस पार्टनर राधेश्याम सेन ने आत्महत्या कर ली। भोपाल के नीलबड़ में निवासी 52 वर्षीय राधेश्याम ने जहर निगलकर जान दी है। सुसाइड से पहले फर्जीवाड़े की कहानी बयां करते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर पत्नी नीता के वाट्सएप पर भेजा है। राधेश्याम का यह वीडियो वायरल होते ही भोपाल के कारोबारी जगत में हड़कंप मच गया। 

बच्चों को कर्जमुक्त कराया जाए
राधेश्याम सेन ने सोम डिस्लरीज के मालिक जगदीश अरोरा, अनिल अरोरा और अजय अरोरा पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए खुद को उनका बिजनेस पार्टनर बताया है। साथ ही कहा, इनके चक्कर में मैं और मेरा परिवार कर्ज में डूब गया है। जिस कारण यह आत्मघाती कदम उठाना पड़ रहा है। मेरे बच्चों को कर्जमुक्त कराया जाए, यह कहते ही राधेश्याम का गला रुंध आया और फफक-फफक कर रोने लगते हैं। 

राधेश्याम ने लगाए यह आरोप 
राधेश्याम सेन ने वीडियो संदेश में बताया है कि सोम कंपनी में पार्टनरशिप मुझे 2003 के बाद दी गई, लेकिन इसका कोई पेमेंट नहीं किया गया। सारा भुगतान सोम कंपनी के संचालक जगदीश अरोरा, अनिल अरोरा और अजय अरोरा को होता रहा। 2022 में 15 लाख देकर मुझे चुप करा दिया गया कि आगे कोई कार्रवाई नहीं करोगे। रातीबड़ थाने में शिकायत की थी, जिसके पेपर भी मेरे पास हैं। 

सचिन केसवानी के नाम दर्ज है कार 
टीटी नगर थाना पुलिस ने बताया कि रातीबड़ के विशाल नगर में रहने वाले  राधेश्याम सेन पुत्र भोलाराम (52) ने शुक्रवार दोपहर लिंक रोड नंबर 5 पर स्थित अरविंदो स्कूल के पास जहर निगलकर खुदकुशी कर ली है। पुलिस ने कार की पिछली सीट से उनक शव जब्त किया है। गाड़ी प्रिन्स कॉलोनी ईदगाह हिल्स निवासी सचिन केसवानी के नाम रजिस्टर्ड है।