भोपाल। मध्यप्रदेश की पांच सहित 15 राज्यों की 56 सीटों राज्यसभा पर 27 फरवरी को चुनाव होगा। मध्यप्रदेश में चार सीटें भाजपा और एक कांग्रेस के खाते में जाएगी। राज्यसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश की सियासत में बड़ी हलचल पैदा हो गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार हो सकते हैं। राज्यसभा चुनाव को लेकर कमलनाथ की कल दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी। सोनिया गांधी से मुलाकात कर कमलनाथ ने एमपी से राज्यसभा जाने की इच्छा जताई है। इसके अलावा कमलनाथ ने बेटे नकुलनाथ को एक बार फिर छिंदवाड़ा से मौका देने की बात कही है।
15 को कमलनाथ कर सकते हैं NOMINATION
कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा के लिए कमलनाथ 15 फरवरी को NOMINATION कर सकते हैं। NOMINATION से पहले कमलनाथ ने कांग्रेस के तमाम विधायकों को डिनर पर बुलाया है। 13 फरवरी को कमलनाथ के बंगले पर रात 8 बजे डिनर पार्टी हो सकती है। जिसको लेकर कमलनाथ की तरफ से तमाम कांग्रेस विधायकों को निमंत्रण भेजा जा चुका है।
मध्यप्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटें, पांच अप्रैल में होंगी खाली
बता दें कि मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटें हैं। आठ पर बीजेपी और तीन पर कांग्रेस का कब्जा है। पांच सीटें अप्रैल में खाली हो रही हैं। इन सीटों पर अभी बीजेपी के धर्मेंद्र प्रधान, एल मुरुगन, कैलाश सोनी और अजय प्रताप सिंह हैं। वहीं, कांग्रेस के राजमणि पटेल हैं। प्रधान और मुरुगन केंद्रीय मंत्री हैं। केएल मुरुगन एमपी से थावर चंद गहलोत की सीट पर चुने गए थे, जब उन्हें 2021 में केरल का राज्यपाल बना दिया था।
एमपी से बीजेपी के राज्यसभा सांसद में ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमिज्ञा वाल्मिकी, कविता पाटीदार और सुमेर सिंह सोलंकी हैं। सुमेर सिंह सोलंकी का कार्यकाल 2026 तक है। कविता पाटीदार और सुमित्रा वाल्मिकी का कार्यकाल 2028 तक है। इसके अलावा कांग्रेस से राज्यसभा में विवेक तन्खा और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और राजमणि पटेल हैं।
कमलनाथ की इस सीट पर है नजर
जानकारी के मुताबिक, राजमणि पटेल का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खाली हो रहा है। दिग्विजय सिंह 2026 और विवेक तन्खा का 2028 तक राज्यसभा में अभी रहेंगे। खाली होने वाली सीट पर कमलनाथ की नजर है। सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर कहा है कि मध्य प्रदेश की सियासत में अब युवाओं को आगे बढ़ाना चाहिए और वो अब दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर सक्रिय होना चाहते हैं। जिसके लिए वो राज्यसभा में जाना चाहते हैं।
राज्यसभा चुनाव: जानें कब, क्या होगा
बता दें राज्यसभा चुनाव का नामांकन 15 फरवरी तक दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन की जांच 16 फरवरी को होगी। 20 फरवरी तक कैंडिडेट्स अपने नाम वापस ले सकते हैं। मालूम हो कि राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव राज्य विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष तौर पर किया जाता है। राज्यसभा एक स्थायी सदन है। इसके एक-तिहाई सदस्य हर 2 साल में रिटायर हो जाते हैं, जिससे सदन के कामकाज में निरंतरता बनी रहती है। राज्यसभा सांसद का कार्यकाल 6 साल का होता है।