भोपाल। लोकसभा से पहले मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव की हलचल है। 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बुधवार को मध्यप्रदेश से चार उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है। केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन को मध्यप्रदेश से प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा उमेश नाथ महाराज, माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा एमपी से जिन चार नेताओं को राज्यसभा भेज रही है। वो कौन हैं, कहां से हैं, कहां तक शिक्षा हासिल की है। राजनीतिक में कब से जुड़े हैं? उनके बारे में यहां सबकुछ जानें।
1:- डॉ. लोगनाथन मुरुगन
46 साल के डॉ.एल मुरुगन ने पीएचडी तक शिक्षा हासिल की है। पेशो से वकील हैं। डॉ. लोगनाथन मुरुगन भाजपा तमिलनाडु के अध्यक्ष रहे हैं। वे मानवाधिकार कानून में डॉक्टरेट हैं। कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही मुरुगन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे। वे राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। मुरुगन केंद्र सरकार में मंत्री हैं।
2:-बंसीलाल गुर्जर
मंदसौर से सटे लालघाटी के मूल निवासी बंसीलाल गुर्जर भाजपा भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हुडको डायरेक्टर हैं। 63 साल के बंसीलाल गुर्जर पोस्ट ग्रेजुएट हैं। बंसीलाल वर्षों से संगठन के विभिन्न पदों पर काम कर रहे हैं। बंसीलाल भाजपा के जिलाध्यक्ष से लेकर प्रदेश महामंत्री, भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके अलावा किसान मोर्चा में ही लंबे समय से काम कर रहे हैं। लंबे समय तक वे मंदसौर कृषि मंडी अध्यक्ष रहे। पार्टी के आदेश पर गुर्जर मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों में लगातार चुनाव से लेकर संगठन के कार्यों में हमेशा सक्रिय रहें हैं। बंसीलाल की पत्नी रामादेवी गुर्जर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष हैं।
3:-माया नारोलिया
60 साल की माया नारोलिया नर्मदापुरम की रहने वाली हैं। माया ने आर्ट्स से सेकंड ईयर तक की शिक्षा हासिल की है। फिलहाल भाजपा संगठन में महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष हैं। माया नारोलिया भाजपा में 40 साल से सक्रिय हैं। इससे पहले वह नर्मदापुरम में नगरपालिका अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। राज्यसभा के लिए उनकी उम्मीदवारी घोषित कर भाजपा ने प्रदेश की आधी आबादी को भी बड़ा संदेश देने का काम किया है। बेटा विकास नारोलिया मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं। महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष व दो बार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रह चकी हैं।
4:-उमेश नाथ महाराज
59 साल के उमेश नाथ महाराज वाल्मीकि समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनके पास आरएसएस प्रमुख से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तक आशीर्वाद लेने आ चुके हैं। महाराज उज्जैन में वाल्मीकि धाम के पीठाधीश्वर हैं। वाल्मीकि समाज से आने वाले उमेश नाथ महाराज का समाज पर बड़ा प्रभाव है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से लेकर गृहमंत्री अमित शाह तक उनसे आशीर्वाद लेते दिख चुके हैं। सिंहस्थ कुंभ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संत उमेश नाथ जी महाराज के साथ समरसता नहान भी किया था। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनसे आशीर्वाद लेने पहुंचते थे। 7 जनवरी को सीएम डॉक्टर मोहन यादव वाल्मीकि धाम पहुंचे थे और महंत उमेश नाथ जी से मुलाकात कर उनके गुरु की समाधि के दर्शन किए थे।
राज्यसभा चुनाव: जानें कब, क्या होगा
बता दें राज्यसभा चुनाव का नामांकन 15 फरवरी तक दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन की जांच 16 फरवरी को होगी। 20 फरवरी तक कैंडिडेट्स अपने नाम वापस ले सकते हैं। 27 फरवरी को मतदान होगा और 27 को ही शाम पांच बजे मतगणना होगी। मालूम हो कि राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव राज्य विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष तौर पर किया जाता है। राज्यसभा एक स्थायी सदन है। इसके एक-तिहाई सदस्य हर 2 साल में रिटायर हो जाते हैं, जिससे सदन के कामकाज में निरंतरता बनी रहती है। राज्यसभा सांसद का कार्यकाल 6 साल का होता है।