Rajya Sabha: मध्य प्रदेश से केरल से भाजपा नेता जॉर्ज कुरियन को राज्यसभा भेजा जाएगा। प्रदेश में गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा सांसद बन जाने पर उन्होंने राज्यसभा से अपना इस्तीफा सौंप दिया था। अब राज्यसभा में सिंधिया के स्थान पर जॉर्ज कुरियन को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है।
औपचारिक घोषणा नहीं
भाजपा की ओर से एमपी में जॉर्ज कुरियन के राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर फिलहाल औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। माना जा रहा है कि 24 घंटों के अंदर ही इसकी घोषणा की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार जॉर्ज कुरियन बुधवार 21 अगस्त को एमपी से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। 3 सितंबर को राज्यसभा को लेकर वोटिंग की जानी है।
एमपी की 11 में से 8 सीटें भाजपा के पास
राज्यसभा सांसद के लिए 21 अगस्त को नॉमिनेशन का आखिरी दिन है। वर्तमान में राज्यसभा में एमपी की 11 में से 8 सीटें भाजपा के पास हैं। फिलहाल जॉर्ज कुरियन केंद्र सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन-डेयरी विभाग के राज्य मंत्री भी हैं। राज्यसभा में नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों की 22 अगस्त को नाम निर्देशन पत्रों की स्क्रूटनी भी होगी। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि जॉर्ज कुरियन को राज्यसभा में निर्विरोध चुना जा सकता है।
सपा प्रवक्ता का एक्स पर लेख
कुरियन के उम्मीदवार बनाए जाने पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता यश भारतीय ने एक्स पर लिखा कि एमपी से बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार का ऐलान, जॉर्ज कुरियन को बीजेपी ने बनाया प्रत्याशी, सिंधिया के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है सीट। उन्होंने लिखा कि यादव समाज यह मान कर चल रहा था की गुना तत्कालीन सांसद के पी यादव का टिकट लोकसभा में काटा है तो सिंधिया को लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने एवं जितने के बाद रिक्त होम वाली राज्यसभा सीट से केपी यादव को राज्यसभा भेजा जाएगा। भारती ने लिखा कि पिछड़ी जातियों को कभी सम्मान दिया है क्या भाजपा ने ?? यादव समाज के बड़े समुदाय को 29 में से एक भी सीट न देकर वंचित रखा गया है। पिछड़ी जातियों को और पिछड़ा बनाने के लिए मनुस्मृति का अनुसरण करती है भाजपा।
भारती ने आगे लिखा कि कुछ लोग मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनाए जाने पर तर्क देते है की यादव समाज का मुख्यमंत्री बना दिया इससे बड़ा क्या? तो फिर इसी तर्क के आधार पर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जाति से आने वाले लोगों को 80 लोकसभा सीट में से एक भी सीट नहीं देनी चाहिए थी। लेकिन कइयों को दी यहां तक की महिला पहलवानों के साथ छेड़छाड़ आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के बेटे को प्रत्याशी बनाया पिता का टिकट काट कर।