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Ratlam Garba Pandal: मध्यप्रदेश के रतलाम से बड़ी खबर है। गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। अश्लील वस्त्रों में भी प्रवेश निषेध है। बॉलीवुड गाने भी नहीं बजेंगे। शराब पीने आने पर भी रोक लगाई गई है।

Ratlam Garba Pandal: रतलाम में नवरात्रि की धूम है। पूरा शहर भक्ति की रोशनी से जगमग है। 926 स्थानों पर देवी मां की घट स्थापना की गई है। 735 स्थानों पर गरबा महोत्सव का आयोजन हो रहा है। हिंदु संगठनों ने इस बार बड़ा फैसला लिया है। गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने के बैनर लगाए हैं। अश्लील वस्त्रों में भी प्रवेश निषेध है। बॉलीवुड गाने भी नहीं बजेंगे। गरबा पंडालों में शराब पीकर आने पर सख्त रोक लगाई है। इधर शहर काजी अहमद अली ने अपने समाजजनों से अपील की है कि वो मेला और गरबा देखने न जाएं।

इन स्थानों पर लगाए बैनर 
शहर के विभिन्न हिंदू संगठनों ने आयोजन समितियों की सहमति से पंडालों के प्रवेश द्वार पर बैनर लगाए हैं। बैनर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक का उल्लेख किया है। मां कालिका माता मंदिर, पैलेस नवयुवक मंडल महलवाड़ा, श्री राम नवयुवक मंडल राम मंदिर, और मां पद्मावती माता मंदिर के चार बत्ती चौराहा सहित कई स्थानों पर बैनर लगाए गए हैं। इसके अलावा, आयोजन समितियों ने गरबा खेलने के लिए मर्यादित वेशभूषा अपनाने की अपील भी की है।

Ratlam Garba Pandal

बॉलीवुड गाने भी नहीं बजेंगे 
दिनदयाल नगर में गरबा समिति ने बैनर में 4 बिंदु मुख्य रूप से लिखे हैं। बैनर में लिखा है कि अश्लील वस्त्रों में प्रवेश निषेध, बॉलीवुड गाने बंद रहेंगे (भजन या भगवान के गाने चलेंगे), शराब पीकर आना सख्त मना है और हिंदू धर्म के अलावा दूसरे सभी धर्म के लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई है। नवरात्रि को लेकर रतलाम पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। भारी पुलिस बल लगातार घूम कर व्यवस्था देख रहे हैं। मेले और गरबा पंडालों की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा बल भी तैनात कर रखा है।

शहर काजी ने लिखा पत्र 
शहर के काजी सैयद अहमद अली ने अपने समाज के युवाओं, युवतियों और माताओं से अपील की है कि वे मेले और गरबा देखने न जाएं। इस संबंध में काजी ने एक पत्र भी जारी किया है। पत्र में लिखा है कि रतलाम की मुस्लिम जनता से अनुरोध है कि मुस्लिम युवक, मां और इस उम्मत की बेटियां नवरात्रि पर्व के दौरान न तो मेले में जाएं और न ही गरबा देखने। वर्तमान हालात को ध्यान में रखते हुए, सभी को अपने घरों में रहना चाहिए। बाजारों और मेलों में जाना दीन-ए-इस्लाम के अनुसार सही नहीं है, इसलिए ऐसे गैर धार्मिक गतिविधियों से सख्ती से बचना चाहिए।

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