Investors Meet: जबलपुर रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में देश-दुनिया के 3500 से अधिक निवेशक पहुंचे। CM मोहन यादव ने उन्हें मप्र की खासियत और औद्योगिक निवेश की संभावनाओं से अवगत कराया। साथ ही बताया कि जबलपुर में अब तक तोपें बनती थीं, लेकिन अब यहां टैंक भी बनाए जाएंगे। सीएम ने कहा, रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में इसके लिए MOU साइन हुआ है। अदाणी समूह ने 10 हजार करोड़ का निवेश करने का फैसला किया है। 

जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में देश की प्रतिष्ठित कमर्शियल व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी अशोक लेलैंड और एवीएनएल ने मध्य प्रदेश सरकार से एमओयू समझौता किया है। एवीएनएल यानी आर्मर्ड वाहन निगम लिमिटेड डिफेंस विभाग की 100 प्रतिशत स्वामित्व वाली कंपनी है। यह सैनिकों के लिए वाहन उपलब्ध कराती है। नई तकनीक से लेस टैंकों व वाहनों का निर्माण किया जाएगा। 
 

10 हजार करोड़ के निवेश की योजना 
जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अदाणी समूह के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। अदाणी समूह मप्र में डिफेंस सेक्टर में बड़ा निवेश करने जा रहा है। शिवपुरी जिले में जमीन चिह्नित कर ली गई है। यहां 10 हजार करोड़ से गोला बारूद फैक्ट्री के निर्माण की योजना है। 

मप्र में ही हो हीरे की प्रोसेसिंग: CM 
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश का महाकौशल क्षेत्र खनिज संपदा से परिपूर्ण है। कटनी में मार्बल पत्थर, पन्ना में हीरा और शहडोल अनूपपुर में कोयले के भंडार हैं। हमारी कोशिश है कि पन्ना से निकलने वाले हीरे की प्रोसेसिंग मप्र में ही हो। अभी गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान की कंपनियां इसका काम करती हैं।

12 स्टार्टअप्स को मिली 71 लाख की राशि 
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 12 स्टार्टअप्स को 71 लाख 3 हजार रुपए का चेक दिया। युवा उद्यमियों को यह राशि सरकारी की विभिन्न स्कीमों के तहत बैंक लोन के तौर पर मिली है। शासन की ओर से अनुदान दिया जाता है। इसके अलावा स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम के तहत जबलपुर स्मार्ट सिटी इक्यूबेशन सेंटर को भी वित्तीय सहायता दी गई है।

यह भी पढ़ें: रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव: जबलपुर में बनेगा टेक्सटाइल स्किल डेवलपमेंट सेंटर, CM मोहन यादव ने की बड़ी घोषणा 

यह भी पढ़ें: रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव: डिंडौरी के मिलेट्स प्राजेक्ट को मिली पहचान, भोपाल के सुदेश मोरे ने बनाया सेंसरयुक्त स्मार्ट मीटर