केदारनाथ में बादल फटने से तबाही: MP के 61 सहित हजारों श्रद्धालुओं का सफल रेस्क्यू, CM मोहन यादव ने की मदद

Kedarnath Cloudburst: केदारनाथ में गुरुवार को बादल फटने से आपदा आ गई। धार्मिक यात्रा पर गए शिवपुरी के 61 यात्री पानी के बीच पहाड़ में फंस गए। एमपी और उत्तराखंड सरकार सक्रिय हुई। हेलीकॉप्टर से श्रृद्धालुओं का सफल रेस्क्यू किया।;

Update:2024-08-02 09:51 IST
फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।Kedarnath Cloudburst
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Kedarnath Cloudburst: केदारनाथ में बादल फटने से आपदा आ गई। एमपी के 61 सहित हजारों श्रद्धालु पानी के बीच पहाड़ में फंस गए। एमपी और उत्तराखंड सरकार सक्रिय हुई और हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया। 51 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। 10 लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सीएम मोहन यादव ने एक्स पर Tweet कर जानकारी दी है। सीएम ने एक्स पर लिखा है कि चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ में फंसे एमपी के 61 यात्रियों में से 51 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित रुद्रप्रयाग पहुंचाया है।

किसी यात्री को कोई कष्ट न हो: मोहन यादव
10 यात्री भी केदारनाथ में ही सुरक्षित स्थान पर हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि शिवपुरी के बदरवास क्षेत्र के कुल 61 लोग एक बस और अन्य चार पहिया वाहन लेकर केदारनाथ दर्शन के लिए गए थे, जो भूस्खलन के कारण फंस गए। सीएम ने आगे लिखा है कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड सरकार से संपर्क कर उन्हें एयरलिफ्ट कराया। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि किसी यात्री को कोई कष्ट न हो। हमारी धार्मिक यात्रा के दौरान वर्षाजनित कठिनाइयों के कारण यह घटना हुई है। सभी यात्री कुशलता से हैं।

4000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला
जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मची है। दो दिन में बारिश संबंधी घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई है। 10 अन्य घायल हैं। टिहरी के जिस नौताड़ इलाके और केदारनाथ में भी बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। भारी बारिश के बाद केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। बड़ी संख्या में लोग फंसे हैं। रात के समय भी रेस्क्यू अभियान जारी रहा। अभी तक हेलिकॉप्टर और पैदल चलाए गए रेस्क्यू अभियान में 4000 से अधिक भक्तों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। 

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