भोपाल। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने बुधवार को राजस्व महाअभियान की समीक्षा करते हुए राजस्व प्रकरणों के निराकरण में देरी पर नाराजगी जताई। अधिकारियों ने मंत्री के सामने विवादित और अविवादित प्रकरण रखे। हर स्तर पर सिर्फ पेंडेंसी ही थी। इस पर राजस्व मंत्री ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि रजिस्ट्री के 30 दिन के भीतर पक्षकार का नामांतरण नहीं होता है, तो वो अधिकारी खुद को निलंबित समझ ले।
निर्धारित सीमा का इंतजार क्यों किया जाता है?
राजस्व मंत्री ने आगे कहा कि ईमानदारी से काम करेंगे, तो मनचाही जगह मिलेगी। बेईमानी की तो सरकार लंबा भेज देगी, यानी अधिकारियों को अपनी जगह छोड़नी होगी। राजस्व मंत्री ने अधिकारियों से सवाल किया कि निर्धारित सीमा का इंतजार क्यों किया जाता है? मामले को पहले क्यों निराकृत नहीं किया जाता है। इसमें दिक्कत क्या होती है? हर जिले में अविवादित नामांतरण बड़ी संख्या में लंबित हैं, लेकिन उनका नामांतरण नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर भी पूछा कि ऐसे प्रकरणों को क्यों रोका जाता है। ये पांच या सात दिन में क्यों नहीं हो सकते हैं।
SDM, तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी गांव-गांव पहुंचें
बता दें कि ग्वालियर में मंत्री वर्मा और आयुक्त भू अभिलेख विवेक पोरवाल ने राजस्व भवन में राजस्व महाअभियान की समीक्षा की। बैठक में ग्वालियर संभाग के अधिकारी मौजूद थे। मंत्री ने कहा कि नामांतरण, सीमांकन और बंटवारा प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समयावधि में करें। निराकरण के लिए पटवारी के साथ नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम भी गांव-गांव पहुंचें। बैठक में महापौर डॉ. शोभा सिकरवार, विधायक सतीश सिकरवार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
लंबे समय से जमे पटवारी कर रहे भ्रष्टाचार
बैठक में विधायक सतीश सिकरवार ने कहा कि शहर क्षेत्र में लंबे समय से पटवारी जमे हैं, ये भ्रष्टाचार कर रहे हैं। इस पर राजस्व मंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्र में एक ही स्थान पर तीन साल से अधिक समय से पदस्थ पटवारियों का स्थानांतरण किया जाए। उन्होंने आयुक्त भू-अभिलेख एवं कलेक्टर को इस दिशा में कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
आदमी का विभाग के प्रति विश्वास और आप सबके प्रति मान बढ़ेगा
बैठक समाप्त होने के बाद जन-सुनवाई भी की। मंत्री ने एक-एक कर लोगों की राजस्व संबंधी समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए। सभी राजस्व अधिकारी सकारात्मक सोच एवं किसानों की मदद के भाव के साथ जल्द से जल्द प्रकरणों का निराकरण करें, जिससे आम आदमी का विभाग के प्रति विश्वास और आप सबके प्रति मान बढ़ेगा।