(कपिल देव श्रीवास्तव) भोपाल। इन दिनों राजधानी के करीब दो हजार वाहन चालकों को दस्तावेज अधूरे होने से यातायात चेकिंग से लेकर कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा। दरअसल इन दिनों आरटीओ कार्यालय में कार्ड की कमी के चलते करीब एक माह से नए वाहन लेने वाले मालिक रजिस्ट्रेशन कार्ड को लेकर परेशान हो रहे है। हालाकि इस सप्ताह कुछ कार्ड आरटीओ पहुंचे है। लेकिन आवेदकों की संख्या अधिक है। तो वहीं  एनआईसी बेवसाइट का सर्वर डाउन व सिलो रफ्तार के चलते कार्ड प्रिंटिंग का काम प्रभावित हो रहा है।

वाहन मालिक को नहीं मिल रहा रजिस्ट्रेशन कार्ड
इससे पिछले डेढ़ माह में उठाए गए नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में समय लग रहा है। जिसके  चलते जिले के दो हजार से भी अधिक वाहन चालक बगैर रजिस्ट्रेशन के ही सड़कों पर गाडिय़ां दौड़ा रहे हैं। इस दौरान यातायात पुलिस की चेकिंग में पकड़े जाने पर चालानी कार्रवाई से दो-चार होना पड़ रहा है। विभाग की लेटलतीफी के कारण इन वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।  ऐसी समस्या से तंग लोग रोजाना शोरूम व आरटीओ दफ्तर पहुंच रहे हैं लेकिन वहां सिर्फ संबंधित अधिकारी जल्द ही कार्ड जारी करने की बात कहकर उनको वहां से भगा देते है। आरटीओ अधिकारी पेंडिंग रजिस्ट्रेशन कार्ड जल्द जारी करने की बात कह रहे हैं।  

रजिस्ट्रेशन कार्ड न बनने से वाहन मालिक परेशान
पिछले एक माह से वाहन खरीदने वाले ढ़ाई हजार वाहन मालिक रजिस्ट्रेशन कार्ड अब तक नहीं बनने से परेशान हैं। इनकी फिक्र है कि एक्सीडेंट होने पर रजिस्ट्रेशन कार्ड के बिना बीमा कंपनी से बीमा वसूल करने में दिक्कत आएगी। वाहन चोरी होने की स्थिति में भी परेशानी होगी। वहीं, ट्रैफिक पुलिस भी वाहन पर नंबर नहीं होने पर उन्हें यहां-वहां रोक लेती हैं। कटारा हिल्स क्षेत्र में रहने वाले प्रदीप कुमार ने बताया कि उन्होंने अगस्त माह पर गाड़ी ली थी। लेकिन उसका अभी तक शो रूम संचालक द्वारा रजिस्ट्रेशन कार्ड नहीं दिया गया। उसने आरटीओ से जारी नहीं होने की बात कहीं। जिस पर आरटीओ कार्यालय में संपर्क किया। वहां के अधिकारी जल्द ही कार्ड जारी करने की बात कह रहे है।

आरटीओ ने कहा-  प्रिंटिंग का काम चल रहा
वहीं, जितेन्द्र शर्मा,आरटीओ भोपाल ने कहा कि रजिस्ट्रेशन कार्ड आए गए है। प्रिंटिंग का काम भी तेजी से चल रहा है। साथ लगातार शो-रूम संचालकों को भेजे जा रहे है। वाहन चालकों को क्यों कार्ड नहीं मिल पा रहे है। मैं इस को दिखवा लेता हूं।