भोपाल। पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में 7 से 13 मार्च तक रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा का आयोजन हो रहा है। इसमें शामिल होने के लिए देशभर से भक्त पहुंच रहे हैं। पिछली बार की तरह इस बार भगदड़ न मचे इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने इंतजाम किए हैं। 7 दिन के लिए पूरा ट्रैफिक रूट डायवर्ट कर दिया है। रुद्राक्ष महोत्सव के लिए 1200 पुलिस जवान तैनात किए हैं। 70 फीसदी अमला फोरलेन की व्यवस्था के अलावा वाहनों को व्यवस्थित करने में लगा है। 30 प्रतिशत अमला कथा स्थल की व्यवस्था देख रहा है। बता दें कि साढ़े 4 लाख स्क्वायर फीट में लगे 5 डोम बुधवार रात में ही फुल हो गए। तीन लाख से अधिक भक्तों के सीहोर पहुंचने से सभी होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशाला फुल हो गए हैं।
इंदौर, भोपाल और सीहोर-आष्टा हाईवे पर ट्रैफिक डायवर्ट
प्रशासन ने आवागमन की व्यवस्था को पूरी तरह बदल दिया है। भोपाल से इंदौर और इंदौर से भोपाल जाने वाले वाहनों को डायवर्ट किया है। कुबेरेश्वर धाम केवल वही वाहन जा रहे हैं, जो श्रद्धालुओं को लेकर आ रहे हैं। इसके लिए कुबेरेश्वर धाम के समीप भोपाल-इंदौर रोड को बैरिकेड्स से बंद कर दिया है। सीहोर-आष्टा हाईवे को भी डायवर्ट किया है। केवल कुबेरेश्वर धाम जाने वाले वाहन ही हाईवे से जाएंगे।
कुबेरेश्वर धाम जाने वाले वाहन ही हाईवे से जा सकेंगे
भोपाल से सीधे आष्टा, देवास इंदौर जाने वाले सभी छोटे वाहन और यात्री बस सीहोर स्थित क्रिसेंट चौराहा से भाऊखेड़ी जोड़ व अमलाहा होते हुए इंदौर को तरफ जाएंगे। इंदौर से भोपाल-सीहोर जाने वाले वाहन अमलाहा से भाऊखेड़ी जोड़ एवं क्रिसेंट चौराहा होते हुए सीहोर, भोपाल जा सकेंगे। केवल कुबेरेश्वर धाम जाने वाले वाहन ही सीधे हाईवे से जा सकेंगे। अन्य सभी वाहनों को डायवर्सन रूट से ही निकाला जाएगा।
भोपाल से इंदौर जाने वालों के लिए ये रूट रहेगा
भोपाल से इन्दौर जाने वाले भारी वाहन भोपाल से श्यामपुर, ब्यावरा होते हुए इंदौर जा सकेंगे (तूमडा दोराहा जोड़ होते हुए )। इंदौर से भोपाल जाने वाले भारी वाहनों को देवास से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। वाहन ब्यावरा, श्यामपुर होते हुए भोपाल जा सकेंगे।
10 बेड का आईसीयू तैयार
बता दें कि कुबेरेश्वर धाम परिसर में 10 बेड का आईसीयू तैयार किया है। जिसमें सभी तरह की आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं। कैंप में 24 घंटे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को तैनात किया गया है। 24 घंटे एंबुलेंस भी उपलब्ध है।
पेयजल के लिए जगह-जगह प्याऊ
श्रद्धालुओं के परिजन के बिछड़ने की सूचना के प्रसारण के लिए चार खोया-पाया केंद्र बनाए हैं। इन केंद्रों में 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा जिला प्रशासन ने भी एक दर्जन से अधिक विभागों के आला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। पेयजल के लिए जगह-जगह प्याऊ की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पेयजल आपूर्ति के लिए पंचायत से टैंकरों की व्यवस्था भी है। सांची दुग्ध संघ से भी टैंकर बुलाए गए हैं।