MP Board school New Rule: मध्य प्रदेश की सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही नहीं चलेगी। सरकार ने टीचर-स्टूडेंट्स डिजिटल शेयरिंग योजना (Teacher Student Digital Sharing Scheme) शुरू की है। इसके तहत प्रतिदिन उन्हें सुबह-शाम ऑफिशियल ग्रुप में बच्चों के साथ तस्वीरें शेयर करनी होगी। शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने ई-पाठशाला (E Pathshala) और ई-जादुई पिटारा (e-jaadui pitara) के उपयोग पर जोर दिया गया है।
सागर के संभागीय कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत (Dr. Virendra Singh Rawat) ने सभी जिला कलेक्टरों को आदेश जारी किया है। कहा, स्टूडेंट टीचर डिजिटल शेयरिंग योजना (Teacher Student Digital Sharing Scheme) में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों को नि:शुल्क टेबलेट उपलब्ध कराए हैं। इनका उपयोग शैक्षिणक गुणवत्ता में सुधार के लिए किया जाए।
फोटाग्राफ में अंकित हों समय और तारीख
संभागायुक्त डॉ. रावत ने कहा, प्रधानाध्यापक सुबह 10 से 10.30 बजे के बीच प्रार्थना सभा में स्टूडेंट्स और स्टाफ के ग्रुप फोटो स्कूल, जनशिक्षा केन्द्र और संकुल केन्द्र के ग्रुप में शेयर करें। यह फोटाग्राफ कैमरे से क्लिक किए गए हों। साथ ही उनमें समय और तारीख अंकित होना चाहिए। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य यह तस्वीरें बीईओ के ग्रुप में शेयर करेंगे। टीचर अनुपस्थित होने पर वैकल्पिक क्लास लगाएं।
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ई-पाठशाला और ई-जादुई पिटारा से रोचक पढ़ाई
सागर कमिश्नर ने कहा, टेबलेट का उपयोग बच्चों की पढ़ाई में किया जाए। ई-पाठशाला (E Pathshala) और ई-जादुई पिटारा (e-jaadui pitara) से रोचक वीडियो बनाकर इनके लिंक और ई-फोल्डर शेयर करें। साथ ही वीडियो को उपयोग कर बच्चों को रोचक तरीके से पढ़ाई कराएं। ई-और डी-ग्रेड बच्चों के लिए स्पेशल क्लास चलाई जाएं।
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कमजोर छात्रों के घर जाकर करें पढ़ाई
सागर कमिश्नर डॉ. रावत ने कहा, ने शिक्षकों को निर्देशित किया है कि तिमाही और अर्धवार्षिक परीक्षा में जिन स्टूडेंट्स के कम नंबर आएं, उनके अभिभावकों से संपर्क करें। उनकी पारिवारिक स्थिति पात कर स्कूल के बाद घर जाकर अध्यापन कार्य कराएं।